आज शनिश्चरी अमावस्या पर मंदिरों में होगी विशेष पूजा अर्चना
भोपाल। शनिदेव की विशेष पूजा अर्चना करने का पर्व, शनिश्चरी अमावस्या शनिवार को मनाई जाएगी। शनिवार को होने वाली अमावस्या के कारण इसे शनिचरी अमावस्या कहते है। इस बार अमावस्या 2 दिन मनाई जाएगी। शनिवार को पितृ कार्य की अमावस्या तथा 10 जुलाई को देवकार्य की अमावस्या होगी।
ज्योतिषाचार्य पं.गौरव उपाध्याय के अनुसार अमावस्या तिथि का प्रारंभ शुक्रवार सुबह 5:56 बजे से हो गया है तथा अमावस्या तिथि का समापन 10 जुलाई को सुबह 6:46 बजे होगा। शनिवार को सूर्योदय 5:56 पर होगा, अत: शनिवार को लगभग 1 घंटे अमावस्या तिथि रहेगी। शनिवार होने के कारण 10 जुलाई को शनिचरी अमावस्या मनाई जाएगी। इस दिन शनि देव का पूजन करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। शनि की साढ़े साती और ढैया से पीड़ित लोगों को शनि की पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करें, जरूरतमंद व्यक्तियों को दान दें। काले जूते, काला कंबल, उड़द की दाल आदि दान का जरूरतमंदों को दान करें। शनिदेव को काला तिल, तेल व काला कपड़ा चढ़ाया जाता है। ऐसे में शनिवार को शहर के विभिन्न शनि मंदिरों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। साथ ही हनुमानजी की भी लोग विशेष पूजा करेंगे। अगली शनिचरी अमावस्या 4 दिसंबर 2021 को पड़ेगी। इस बार शनिश्चरी अमावस्या पर क्षत्र नामक योग भी बन रहा है। शनिश्चरी अमावश्या में मुरैना के एंती स्थित शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ होगी।
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