टेलीकॉम कंपनी Airtel, Vodafone Idea और Jio ने अपने प्रीपेड प्लान की कीमतों में वृद्धि की है। कीमतों में बढ़ोतरी के बाद यूजर्स को 20 रुपये से 501 रुपये तक एक्स्ट्रा चुकाने पड़ रहे हैं, जिससे उनकी जेब पर असर पड़ रहा है। आज के समय में टेलीकॉम ग्राहकों के लिए 4G डाटा, वॉयस कॉलिंग और SMS बुनियादी जरूरत बन गए हैं। मगर सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनियां इतनी ज्यादा कीमत में बढ़ोतरी करने के बाद भी एक महीने के प्लान के नाम पर महज 28 दिन की सर्विस ही देती हैं। अब जब टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ महंगे किए हैं तो वैधता को भी 28 से बढ़ाकर 30 दिनों तक करना चाहिए जो कि यूजर्स को काफी राहत दे सकता है।
30 दिनों की वैधता की जगह 28 दिन क्यों दिए जाते हैं
साल में सिर्फ फरवरी ( 28 या 29 दिन) को छोड़कर सभी महीनों में 30 या 31 दिन होते हैं। जब एक माह में हफ्ते की बात होती है तो आम तौर पर एक माह में 4 सप्ताह कॉल होती जो कि घटकर 28 दिन हो जाता है।
ऐसे में नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियां पूरे माह की जगह महज 28 दिनों की वैधता के प्लान देकर फायदा ले रही हैं। इस प्रकार नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियां एक साल में लगभग एक माह की बचत कर रही हैं। इस प्रकार ग्राहकों को साल भर में एक बार फिर से 1 माह का अतिरिक्त रिचार्ज करवाना होगा।
साफ शब्दों में समझा जाए तो एक साल में 365 दिनों को मिलाकर एक साल पूरा होता है। वहीं नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियां 28 दिनों को एक माह मानती हैं, जिसमें साफ है कि इस प्रकार साल में 13 महीने हो जाते हैं। ऐसे में Airtel, Jio और Vodafone Idea 12 माह के नाम पर यूजर्स से 13 महीने का रिचार्ज करवा रही हैं।
28 दिनों की वैधता में कंपनियों का फायदा
नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियां 1 माह की बचत कर करोड़ों की कमा रही हैं। भारत में मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स पर एक एवरेज यूजर्स मोबाइल रिचार्ज के लिए 140 रुपये प्रति माह से ज्यादा खर्च करते हैं, जिसे ARPU कहा जाता है।
भारत में Jio के 42 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, वहीं एयरटेल के 35 करोड़ यूजर्स और वोडाफोन आइडिया के 28 करोड़ यूजर्स हैं। अगर Jio के यूजर्स के हिसाब से 140 रुपये से गुणा करते हैं तो 42,00,00,00,0 X 140 = 58,80,00,00,000 रुपये 58 अरब रुपये से ज्यादा कमाई होती है।
इसी प्रकार एयरटेल 35,00,00,00,000 X 140 = 49,00,00,00,000 रुपये अधिक कमाता है और और वोडाफोन आइडिया ने 28,00,00,00,000 X 140 = 39,00,00,000 रुपये अतिरिक्त महीने के रिचार्ज के साथ कमाते हैं। इससे साफ होता है कि यूजर्स के लिए सिर्फ 2 दिन और कंपनियों के लिए एक एक्स्ट्रा माह होने से कितना बड़ा अंतर होता है।
अब तक प्रीपेड प्लान में 28 दिन की वैधता ठीक थी, लेकिन अब जब कीमतों में अच्छी खासी बढ़ोतरी की गई है तो 28 दिनों की वैधता वाले प्रीपेड प्लान को बढ़ाकर 30 दिनों के लिए कर देना चाहिए। एयरटेल और वोडाफोन आइडिया का सबसे सस्ता प्लान 99 रुपये से शुरू होता है, जिसकी पहले कीमत 79 रुपये थी।
अब यूजर्स को 20 रुपये अतिरिक्त प्रति माह देने से 240 रुपये हो जाते हैं।। 240 रुपये का मतलब है कि यूजर्स 99 रुपये के प्लान में दो बार और 79 रुपये वाले प्लान में 3 बार रिचार्ज कराएंगे। अब नेटवर्क प्रोवाइडर कंपनियों को पोस्टपेड के समान अपने सभी प्रीपेड प्लान में कम से कम 30 दिनों की वैधता देनी चाहिए।
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