राम रहीम को 40 दिन की पैरोल, सिरसा डेरा पहुंचकर मनाएगा जन्मदिन; रेप और मर्डर केस में भुगत रहा सजा

रोहतक
बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल मिली है। इससे पहले अप्रैल 2025 में उसे 21 दिन की फरलो दी गई थी। यह 2020 से अब तक 14वीं बार है जब राम रहीम जेल से बाहर आया है। जेल अधिकारियों ने पुष्टि की है कि राम रहीम मंगलवार सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर निकला और सीधे हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा आश्रम के लिए रवाना हुआ। अब तक वह कुल 326 दिन जेल में बिता चुका है।

गुरमीत राम रहीम को 2017 में दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद 2019 में पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में भी उसे दोषी ठहराया गया था। इसके अलावा, 2002 में अपने ही मैनेजर रंजीत सिंह की हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा मिली थी। हालांकि, इस साल मई 2024 में उसे और चार अन्य आरोपियों- अवतार सिंह, कृष्ण लाल, जसबीर सिंह और सबदिल सिंह को "दोषपूर्ण और संदिग्ध जांच" का हवाला देते हुए बरी कर दिया गया।

इस साल जनवरी में राम रहीम को 20 दिन की पैरोल मिली थी, जबकि अप्रैल में 21 दिन की फरलो दी गई थी। अब अगस्त में उसे फिर 40 दिन की पैरोल दी गई है, जिससे उसकी लगातार रिहाई पर सवाल उठने लगे हैं। पिछले वर्षों में देखा गया है कि राम रहीम को चुनावी समय के आसपास जेल से बाहर आने की अनुमति मिली है।

अक्टूबर 2020: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान 40 दिन की पैरोल

फरवरी 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले 21 दिन की फरलो

जून 2022: हरियाणा में निकाय चुनाव के दौरान एक महीने की पैरोल

अक्टूबर 2022: हरियाणा उपचुनाव के दौरान 40 दिन की पैरोल

हालांकि, चुनाव आयोग की सख्ती के चलते उसे चुनावी गतिविधियों में भाग लेने, भाषण देने और संबंधित राज्यों में ठहरने पर प्रतिबंध लगाया गया था। गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम सोशल मीडिया के जरिए वीडियो संदेश जारी करता रहा है और उसके समर्थकों के बीच उसकी मौजूदगी का असर बना रहता है। उसके बार-बार जेल से बाहर आने को लेकर विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ सरकार पर "राजनीतिक लाभ" के लिए पैरोल देने का आरोप लगाया है।

बता दें कि राम रहीम साध्वियों से रेप और हत्या के केस में 20 साल जेल की सजा काट रहा है। वह इससे पहले 9 अप्रैल 2025 को 21 दिन की फरलो पर बाहर आया था, और सिरसा डेरे में ही रहा था। इस दौरान सिरसा डेरे में अपने अनुयायियों से मुलाकात की। साथ ही डेरे का स्थापना दिवस भी मनाया था।

सूत्रों के अनुसार, इस बार डेरा प्रमुख अपना जन्मदिन मनाने के लिए बाहर आया है। राम रहीम का 15 अगस्त को 58वां जन्मदिन है। हालांकि, उसे सिरसा डेरे में भीड़ जमा करने की इजाजत नहीं है। फिर भी वह वर्चुअली अपने अनुयाइयों को संबोधित कर सकता है।

गुरमीत राम रहीम के जन्मदिन पर लाखों की तादाद में पौधरोपण किया जाता है, जिसके चलते राम रहीम ने पैरोल के लिए अप्लाई किया था। उसकी 40 दिन की पैरोल इस साल की बची हुई थी।

डेरा के प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने बताया है कि राम रहीम को स्टेट की कंपीटेंट अथॉरिटी की ओर से कानून के दायरे में रहकर 40 दिन की पैरोल दी गई है। इस पैरोल के दौरान बाबा के सिरसा डेरे में ही दिन कटेंगे।

लग्जरी गाड़ियों का काफिला लेने पहुंचा 40 दिन की पैरोल मिलने के बाद 5 अगस्त को सुनारिया जेल से सुबह करीब साढ़े 6 बजे गुरमीत राम रहीम कड़ी सुरक्षा के बीच सिरसा के लिए रवाना हुआ। उसका लग्जरी गाड़ियों का काफिला निकला था, जिसमें दो बुलेट प्रूफ लैंड क्रूजर, 2 फॉर्च्यूनर व 2 अन्य गाड़ियां शामिल रहीं।

सिरसा डेरे में ही रहेगा राम रहीम डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम अब तक 14 बार जेल से बाहर आ चुका है। राम रहीम को 40 दिन पैरोल मिली है। राम रहीम इस बार उत्तर प्रदेश में बागपत के बरनावा आश्रम में नहीं गया, बल्कि वह सिरसा स्थित डेरे में ही रहेगा।

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