पलवल
समय दोपहर का डेढ़ बजे। अचानक बस स्टैंड परिसर में बजती तालियों की गड़गड़ाहट से लोग चौंक गए, जब उन्हें पता चला कि सिर्फ एक परीक्षार्थी को छोड़ने के लिए रोडवेज की बस नूंह भेजी जा रही है।
इतना ही नहीं रोडवेज कर्मियों ने बस जाम न फंसे इसके लिए पुलिस कर्मियों को अपनी मोटर साइकिल देकर बस को एस्कोर्ट भी किया। इस घटना को जिसने भी देखा या सुना उसने ताली बजाते हुए पलवल रोडवेज की जमकर वाहवाही की।
कुछ यूं हुआ कि कि जिसने भी सुना उसने ताली बजाकर उनका अभिवादन किया। पहली घटना में नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में रहनी वाली राशीदा मेवात जिले के नूंह में दूसरी में पारी में सेंटर था।
राशीदा ने बताया कि उन्होंने नूंह के लिए आन लाइन सीट बुक कराई थी। उसके लिए विभाग ने फरीदाबाद से नूंह की बस मिलेगी। मैं दिल्ली से अकेली फरीदाबाद डिपों में समय से पहुंच गई थी।
मगर वहां जाकर कर्मियों ने बताया कि नूंह की बस फरीदाबाद से नहीं पलवल से मिलेगी। इसके बाद मैं पलवल के रवाना हुई। मगर जब तक मैं पलवल पहुंची। तब तक एक बजकर 20 मिनट हो चुके थे। सभी बसें निर्धारित रूटों पर बसें जा चुकी थीं।
बस स्टैंड परिसर में नूंह जाने के लिए कोई परीक्षार्थी नहीं बचा था। सभी रोडवेज कर्मी बसों को भेजने के बाद कार्यालय में आकर बैठे ही थे कि तभी राशीदा ने अपनी समस्या स्टैंड सुपरवाइजर परमानंद धनखड़, चंद्रपाल अत्री, अनिल कुमार व मेघराज को बताई।
समस्या सुनने के बाद तुंरत मौजूद अधिकारियों ने जीएम रोडवेज नवनीत सिंह से फोन बात की। उन्होंने वर्कशाप में रिजर्व रखी बस को तुरंत बाहर निकलवाया। महिला राशीदा को ड्राइवर सतीश व परिचालक प्रदीप के साथ बस को नूंह के लिए रवाना किया।
बस स्टैंड के बाहर लगे जाम को देखते रोडवेज कर्मियों ने मौजूद हवलदार पवन व रामबीर को अपनी मोटर साइकिलें देकर बस के आगे एस्कोर्ट के लिए भेजा। दोनों पुलिस कर्मी बस को नूंह रोड तक छोड़ कर आए।फोन पर ड्राइवर सतीश ने बताया कि उन्होंने समय पर राशीदा को नूंह में पहुंचा दिया है।
परीक्षार्थियों के हित से बढ़कर कुछ भी नहीं: डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से शनिवार को जिला में बनाए गए विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित जा रही सीईटी परीक्षा के दौरान उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने मानवता और दरियादिली की मिसाल प्रस्तुत करते हुए तीन महिला सीईटी परीक्षार्थियों सहित एक महिला अटेंडेंट को पुलिस अधीक्षक की गाड़ी में बैठाकर बनाए गए धर्म पब्लिक स्कूल परीक्षा केंद्र तक निर्धारित समय पर पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की।
जिला उपायुक्त ने पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला को स्वयं की गाड़ी में बैठा लिया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के लिए परीक्षार्थियों के हित से बढक़र कुछ भी नहीं। इसी तरह जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र कुमार ने दो परीक्षार्थियों को नगराधीश अप्रतिम सिंह की गाड़ी में बैठाकर उनके परीक्षा केंद्रों ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल रसूलपुर रोड़ पलवल व विज्डम वैली पब्लिक स्कूल ओमेक्स सीटी पलवल तक निर्धारित समय पर पहुंचाने में सहायता की।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन परीक्षार्थियों ट्रांसपोर्ट से लेकर हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह गंभीर है, जिसके लिए जिला के प्रशासनिक अधिकारी भी कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए परीक्षार्थियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने में सहभागी बन रहे हैं।
CET: परीक्षा के लिए चली स्पेशल ट्रेन डेढ़ घंटे लेट
हरियाणा CET परीक्षा के दूसरे दिन रेलवे की ओर से चलाई गई स्पेशल ट्रेनें तय समय से काफी देरी से पहुंचीं, जिससे कई परीक्षार्थी परीक्षा केंद्रों तक समय पर नहीं पहुंच सके।
विशेष रूप से 04503 सोनीपत-चंडीगढ़ एग्जाम स्पेशल ट्रेन अंबाला कैंट स्टेशन पर 1 घंटा 40 मिनट की देरी से सुबह 7:40 बजे पहुंची, जबकि इसका निर्धारित समय सुबह 6 बजे का था। इससे हजारों छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और कई रास्ते में ही रह गए।
प्रायोरिटी के चक्कर में पिछड़ी
वहीं, रेलवे से जुड़े सूत्रों के अनुसार स्पेशल ट्रेनों की प्रायोरिटी सबसे कम होती है। प्रायोरिटी के हिसाब से सबसे पहले सुपरफास्ट ट्रेन को निकाला जाता है। सुबह के समय में कई सुपरफास्ट ट्रेन इस रूट पर रहती है जिस वजह से यह ट्रेन लेट हो रही है।
इसके अलावा अन्य मेंटेनेंस कार्य के भी कारण ट्रेन लेट हुई है।
सामान्य ट्रेनें भी हुईं प्रभावित
वहीं, अंबाला कैंट पहुंचने वाली अन्य सामान्य ट्रेन भी प्रभावित रहीं हैं। कई मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें भी काफी लेट रहीं हैं। जिस कारण लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। ऊंचाहार एक्सप्रेस लगभग ढाई घंटे की देरी से अंबाला कैंट स्टेशन पहुंची तो वहीं, दिल्ली अमृतसर रूट की कई ट्रेनें आधा से एक घंटे की देरी से अंबाला कैंट स्टेशन पहुंची हैं।
महेंद्रगढ़ जिले में आज रविवार को कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) का दूसरा दिन है। जिले में कुल 72 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर करीब 40 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। पहले दिन 40,074 में से 37,769 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था।
महेंद्रगढ़ और नारनौल में परीक्षा केंद्रों पर आने वाले परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। जिला महेंद्रगढ़ के करीब 35 हजार परीक्षार्थी चरखी दादरी और रेवाड़ी जिलों में परीक्षा देने गए हैं, जबकि भिवानी और चरखी दादरी से 40,148 परीक्षार्थी महेंद्रगढ़ पहुंचे हैं। बसें सुबह चार बजे से चलने लग गई थी।
यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए करीब 600 बसों की व्यवस्था की गई है, जिनमें रोडवेज और स्कूलों की बसें शामिल हैं। बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए महेंद्रगढ़ के बदेरवाल सिटी और नारनौल की नई अनाज मंडी में अस्थायी बस स्टैंड बनाए गए हैं, जहां से शटल बसों के जरिए उन्हें परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है।
लघु सचिवालय में कंट्रोल रूम स्थापित
सीईटी परीक्षार्थियों के दौरान जिला प्रशासन की ओर से लघु सचिवालय में कमरा नंबर 118 में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा को कंट्रोल रूम का इंचार्ज बनाया गया है। परीक्षाओं के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी तथा सहायता के लिए नागरिक 01282-256960 पर डायल कर सकते हैं।
अगर यह नंबर लगातार व्यस्त रहता है तो परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए कई अन्य नंबर भी जारी किए गए हैं। कोई भी नागरिक 01282-251206, 01282-254000 पर भी बात कर सकते हैं। इसके अलावा महेंद्रगढ़ के लिए 01285-220228 पर भी बात कर सकते हैं।
इन वस्तुओं के लाने पर रोक
परीक्षा केंद्र में कोई भी मोबाइल फोन, घड़ी, बेल्ट, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पेन, पेंसिल, इरेजर, शार्पनर, करेक्टिंग फ्लूइड, या किसी भी प्रकार के गहने (जैसे अंगूठी, चेन, बाली, नाक की पिन, चूडियां/कंगन, हार, आकर्षण, कड़ा) नहीं ले जाना चाहिए या पहनना चाहिए। तलाशी में लगने वाले समय से बचने के लिए आभूषण पहनने से बचें। यदि धार्मिक कारणों से विशेष पोशाक पहननी है, तो जल्दी पहुंचें क्योंकि तलाशी में अधिक समय लग सकता है।