पाक जासूसी केस: यूट्यूबर ज्योति की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ी, छठी बार कोर्ट में पेशी

हिसार

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की आज सोमवार को कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छठी पेशी हुई। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए ज्योति की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी है।

ज्योति पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत जासूसी, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने और गोपनीय जानकारी साझा करने जैसे गंभीर आरोप हैं।

उधर, ज्योति के वकील कुमार मुकेश का दावा है कि उनकी मुवक्किल बेगुनाह है और उसने जांच में पूरा सहयोग किया है, लेकिन पुलिस के पास अब तक कोई पुख्ता सबूत नहीं है। अभी तक पुलिस ने चार्जशीट दाखिल नहीं की। जल्द ही वे डिफॉल्ट बेल की अर्जी लगाएंगे।

उधर, एक अगस्त को ज्योति का जन्मदिन था, जिसे लेकर उसके पिता मंगलवार को जेल में उसे शुभकामनाएं देने जा सकते हैं। बता दें, हिसार पुलिस ने 16 मई को एफआईआर दर्ज कर 17 मई को ज्योति को गिरफ्तार किया था। उसे पहले 5 दिन के रिमांड पर लिया गया, फिर 4 दिन और बढ़ाया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

गजाला और दानिश के जरिए ज्योति तक पहुंची थी केंद्रीय एजेंसियां पाकिस्तानी दूतावास के अफसर दानिश और यूट्यूबर ज्योति तक पहुंचने के पीछे एजेंसियों को पंजाब का कनेक्शन भी मिला। 6-7 मई की रात भारत की पाकिस्तान पर 'ऑपरेशन सिंदूर' एयर स्ट्राइक के बाद एजेंसियां पूरे देश में एक्टिव थीं।

इसी दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर पंजाब के मालेरकोटला से 8 मई को पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में गजाला खातून को पकड़ा था। गजाला ने पूछताछ में बताया कि वह दानिश के लगातार संपर्क में थी। वह ऑनलाइन रुपए भेजता था। इसके बदले दानिश उससे खुफिया सूचनाएं लेता था।

9 मई को पुलिस ने गजाला के साथी यामीन मोहम्मद को भी पकड़ लिया। 10 मई तक इनकी जांच चली। इनसे दानिश के दूसरे राज्यों में सोर्स के बारे में पूछताछ की गई। इसी बीच केंद्रीय एजेंसियों ने पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश को ट्रैक करना शुरू कर दिया। तभी सामने आया कि ज्योति भी दानिश से बात करती थी। इससे वह एजेंसियों की नजरों में आ गई और 15 मई को ज्योति को उसके घर से पकड़ लिया।

पुलिस ने डिलीट डेटा रिकवर किया, क्या मिला यह नहीं बताया यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और लैपटॉप से पुलिस ने डिलीट डेटा रिकवर होने का दावा किया है। रिकवर डेटा को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा था। सूत्रों की माने तो डेटा रिकवर हो चुका है। इस डेटा में क्या है पुलिस कुछ नहीं बता रही है।

हिसार पुलिस इस मामले की गोपनीयता को बनाए रखना चाहती है। जांच के दौरान पुलिस को पाक एजेंट अली हसन नामक व्यक्ति से ज्योति की चेटिंग मिली थी। इसकी पूरी चेट पुलिस ने निकलवा ली है। पुलिस इस बात को सिद्ध कर सकती है कि ज्योति के ट्रैवलिंग के दौरान जो वीडियो शूट किए हैं उसका कहीं ना कहीं ISI एजेंट्स ने फायदा उठाया है।

ज्योति पहलगाम अटैक से पहले उस लोकेशन पर भी गई थी जहां अटैक हुआ था। वहीं हिसार के SP शशांक कुमार सावन कह चुके हैं कि ज्योति के आतंकवादियों से सीधे संपर्क नहीं मिले हैं। इतना जरूर है कि वह पाक ऑपरेटिव के टच में थी, लेकिन कितना, इसकी भी जांच की जा रही है।

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