करेंगे 84 कोस परिक्रमा क्षेत्र को खनन मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग
भोपाल। पदयात्रा के बाद धर्म सभा मे भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी हुंकार भरेंगे। यह सिद्धा पहाड़ भर को लेकर नही बल्कि चित्रकूट के 84 कोस परिक्रमा क्षेत्र को खनन मुक्त क्षेत्र घोषित करने के लिये होगी। इसके लिये 30 सितंबर का समय तय किया है। जन्मस्थली अयोध्या के मुकाबले तपोभूमि चित्रकूट के विकास की उपेक्षा यहां मुख्य मुद्दा होगा।
सिद्धा पहाड़ में खनन संबंधी सभी गतिविधियां रोकने संबंधी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री त्रिपाठी ने इस आशंका को खारिज किया है कि मुख्यमंत्री ने खनन संबंधी गतिविधियां रोकने की घोषणा की है न कि सिद्धा पहाड़ को खनन मुक्त क्षेत्र घोषित किया है। ऐसे में जन आक्रोश थमते ही उत्खनन शुरू हो सकता है। बता दें कि तत्कालीन कलेक्टर केके खरे आस्था के प्रतीक त्रेतायुगीन सिद्धा पहाड़ के खनन संबंधी अनुमतियों को पूर्व में निरस्त कर चुके थे। बावजूद इसके बाक्साइट माफियाओं के इशारे पर प्रशासनिक महकमा इसकी खुदाई की अनुमति संबंधी औपचारिकता पूरी करने में जुट गया था। लिहाजा स्थानीय विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार ट्विटकर ऐलान किया है कि प्रशासन को खनन रोकने के लिये निर्देशित कर दिया गया है।
कांग्रेस बोली सरकार ने स्वीकारी गलती
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि सरकार ने गलती स्वीकार ली है। ट्विट कर उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने अपनी गलती स्वीकारी है और कहा है कि यहाँ खनन नहीं होगा। यह सत्य की जीत है। बता दें कि कमलनाथ के साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, रैगांव विधायक कल्पना वर्मा, सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा भी सरकार की निंदा कर चुके है।
इसलिये है महत्वपूर्ण है सिद्धा पहाड़
सिद्धा पहाड़ राम के त्रेतायुगीन रामसेतु और अयोध्या जैसे समकालीन साक्ष्य के तौर पर चित्रकूट क्षेत्र के सतना में स्थित है। रामायण और श्रीरामचरित मानस जैसे ग्रंथों के अनुसार यह ऋषियों की अस्थियों का संग्रह था। जिसे देखकर भगवान श्री राम इस धरती को निसचर विहीन करने का संकल्प लिया था। यह सरकार द्वारा प्रस्तावित राम पथ गमन मार्ग का भी अहम हिस्सा है।
जिस दिन सुनवाई उसी दिन धर्म संसद
यहां कटनी के भाजपा नेता और खनन कारोबारी के साथ समझौता-सौदा कर चुके जैतवारा के श्याम बंसल की पार्टनरशिप फर्म राकेश एजेंसीज ने उत्खनन की अनुमति हासिल कर ली थी। इस संबंध में 30 सितंबर को लोक सुनवाई की तारीख भी मुकर्रर की गई है। इसी दिन उसी स्थान पर विधायक नारायण त्रिपाठी ने धर्म संसद बुलाई है।
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