मध्य प्रदेशराज्य

राज्य बाल आयोग को 3 साल बाद मिला अध्यक्ष

सरकार ने सदस्य द्रविंद्र मोरे को सौंपी जिम्मेदारी

भोपाल। राज्य बाल आयोग को 3 साल बाद अध्यक्ष मिल गया है। राज्य सरकार ने बुधवार को सदस्य रहे बुरहानपुर निवासी द्रविंद्र मोरे को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। बतौर अध्यक्ष उन्होंने कुपोषण, बाल श्रम और शाला त्यागी बच्चों के मामले को प्राथमिकता में गिनाया है।
बता दें कि द्रविद्र मोरे को पूर्व में 10 अप्रैल 2018 को मध्यप्रदेश बाल सरंक्षण आयोग का सदस्य बनाया गया था। आरआरएस के जिला कार्यवाहक सहित विभिन्न दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने वाले कुशल संगठक श्री मोरे वर्तमान में प्रांत पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों के सह संयोजक भी है।

यह गिनाई प्राथमिकता
मप्र में बच्चों के लिये बहुत काम करने की आवश्यकता है। खासकर कुपोषण, शाला त्यागी बच्चे और बाल श्रम जैसे विषयों को लेकर विशेष कार्ययोजना के प्रस्ताव तैयार किये जाएंगे। सदस्य के रूप में अपने अनुभवों के आधार पर कहा कि कई संस्थाएं नियमों का आड़ लेकर बच्चों के हित संरक्षण से बचने का प्रयास करती है। इसमें अल्पसंख्यक संस्थाएं विशेष रूप से शामिल है। प्रयास रहेगा कि इस संबंध में कदम उठाए जाएं। आयोग बहुत सारे निर्णय स्वतंत्र रूप से लेने में सझम है।

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