मध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शाजापुर में सामूहिक विवाह संपन्न, 1133 जोड़ों की शादी और 114 जोड़ों का निकाह हुआ

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शाजापुर
 जिले की कालापीपल तहसील के ग्राम रामपुर में अक्षय तृतीया के अवसर पर एक अनूठा रिकॉर्ड कायम हुआ. यहां बुधवार को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत एक ही पंडाल के नीचे 1247 जोड़े एक साथ परिणय सूत्र में बंधे. इनमें से 1133 जोड़ों ने अग्नि को साक्षी मानकर हिंदू रीति-रिवाज से शादी की. वहीं, 114 जोड़ों को मौलवियों ने निकाह पढ़वाया. इस भव्य आयोजन में नव दंपतियों को आशीर्वाद देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, शाजापुर विधायक अरुण भीमावद और कालापीपल के विधायक घनश्याम चंद्रवंशी मौजूद रहे.

फूलों की वर्षा कर दिया आशीर्वाद

मुख्यमंत्री कन्या योजना के तहत बुधवार को ग्राम रामपुर में सामूहिक विवाह के सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें एक साथ 1247 जोड़ों ने दांपत्य जीवन का पहला कदम रखा. इस बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी तरह की व्यवस्था की गई थी. आयोजन स्थल पर पहुंचे मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंडप में बैठे जोड़ों पर गुलाब के फूलों की वर्षा कर उन्हें आशीर्वाद दिया.

छिंदवाड़ा में 928 जोड़ों ने सात फेरे लिए। ग्वालियर में भीषण गर्मी के बीच दूल्हे छाता लगाकर पहुंचे। यहां 40 डिग्री तापमान रहा। ग्वालियर में चार समारोह में 172 शादियां हुई। वहीं धार में जिला स्तरीय कार्यक्रम में 2100 जोड़े शादी के बंधन में बंधे। दिव्यांग जोड़े भी व्हीलचेयर पर बैठकर शामिल हुए। भोपाल में 151 जोड़े विवाह सूत्र में बंधे। उपहार में उन्हें श्रीमद्भागवत दी गई।

इससे पहले सीएम डॉ. मोहन यादव उज्जैन के दाऊदखेड़ी में आयोजित समारोह में पहुंचे थे। यहां उन्होंने 70 नवदंपतियों को आशीर्वाद देकर उपहार भी बांटे। रतलाम में भी अलग-अलग जगह सामूहिक विवाह सम्मेलन हुए। बैंड-बाजों को साथ बारात निकाली गई। इसके बाद शादी की रस्में निभाई गई।

580 वेदियों में किए गए अग्नि के 7 फेरे

सामूहिक विवाह सम्मेलन में 1133 हिंदू जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. जिसके लिए 580 वेदियों को तैयार किया गया था. जहां पंडित और पुरोहितों द्वारा मंत्रो उच्चारण करते हुए सभी जोड़ों ने इन 580 वेदियों के माध्यम से अग्नि के 7 फेरे लिए.

अक्षय तृतीया पर 1247 बेटियों का सामूहिक विवाह

सीएम मोहन यादव ने कहा, "प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के कल्याण के लिए कई योजना चलाई जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सबसे महत्वपूर्ण है. हर पिता का सपना अपनी बेटी की शादी करवाने का होता है, लेकिन आज महंगाई के दौर में कई लोग अपनी बेटियों की शादी करवाने से वंचित रह जाते हैं. ऐसे में यह बीड़ा सरकार ने उठाया है और प्रदेश की हर गरीब बेटी का विवाह धूमधाम से हो, उसके लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाई गई है. आज (बुधवार) अक्षय तृतीया के मौके पर शाजापुर जिले में एक साथ 1247 बेटियों का विवाह संपन्न हुआ है."

सरपंचों ने भीषण गर्मी में लोगों को पिलाया पानी

कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में हुए इस भव्य आयोजन में हर आदमी ने अपनी सहभागिता निभाई. भीषण गर्मी में लोगों का गला तर करने के लिए जल सेवा का कार्य क्षेत्र के सरपंचों ने चुना था. इस कार्य में क्षेत्र के सभी सरपंच लगे रहे और इस आयोजन में शामिल हुए करीब 1 लाख से अधिक लोगों को सरपंचों ने ठंडा पानी वितरित किया.

मध्य प्रदेश में अक्षय तृतीया पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत भव्य आयोजन हुआ। प्रदेश में सैकड़ों जोड़े विवाह के बंधन में बंधे। सीएम डॉ मोहन यादव ने उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया।

जिसका कभी क्षय नहीं हो वो अक्षय है- CM डॉ मोहन

बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वीसी के माध्यम से विभिन्न जिलों में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलनों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज अक्षय तृतीया है और इस दिन जो मिलता है वो हमेशा बढ़ता ही जाता है। जिसका कभी क्षय नहीं हो, वो अक्षय है। उन्होंने बताया कि इस सुअवसर पर छिंदवाड़ा में 929, पन्ना में 915, आनंदधाम शिवपुरी में 80, इंदौर में 121, पंधानिया जिला धार में 80, ग्राम नयागांव जिला हरदा 80 में बेटियां विवाह के बंधन में बधी हैं।

एकाग्रता के साथ समांजस्य स्थापित करना जरूरी

सीएम डॉ मोहन ने सभी नवदंपतियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म वर्षों के पुण्य का फल है और सनातन संस्कृति में प्रत्येक व्यक्ति को जीवनकाल में 16 संस्कारों से होजर गुजरना होता है। विवाह के बाद परिवार में सुख-दुख का वातावरण कभी न कभी बना ही रहता है, लेकिन परिवार की मर्यादा सदैव बनाए रखें। स्मार्टफोन और डिजिटल युग में रिश्तों में कोई संकट न आए, इसके लिए पति-पत्नी दोनों को एकाग्रता के साथ समांजस्य स्थापित करना जरूरी है।

सामूहिक विवाह से अनावश्यक खर्चों से मिलती है मुक्ति

उन्होंने आगे कहा कि सामूहिक विवाह के आयोजनों से विवाह में होने वाले कई अनावश्यक खर्चों से मुक्ति मिलती है। सभी नवदंपती शासन की योजनाओं का लाभ लें और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कार्य करें। इस वर्ष बजट में बहन बेटियों के कल्याण के लिए 27 हजार 100 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मध्य प्रदेश के मॉडल को कई राज्य अनुसरण कर रहे हैं। राज्य सरकार औद्योगिक विकास और महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से नारी सशक्तिकरण और कृषकों की आय बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सतना में 189 जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न , दूल्हनों के खातों में जाएंगे खटाखट 49 हजार रुपये

मध्य प्रदेश सरकार की 'मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना' के तहत सतना में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया. यह आयोजन सतना नगर निगम की तरफ से 1 मार्च को शहर के बीटीआई ग्राउंड में आयोजित किया गया. जिसमें 189 कन्याओं का विवाह हिंदू-रीति रिवाज से संपन्न कराया गया. सभी जोड़ों ने एक दूसरे के साथ जीने-मरनें की कसमें खाईं. नगर निगम इन प्रत्येक बेटियों के खाते में 49 हजार रुपये भी ट्रांसफर करेगा, जिससे वे अपनी जरूरत की घरेलू इस्तेमाल की चीजें खरीद सकें.

राज्यमंत्री ने सीएम मोहन यादव को दिया धन्यवाद

मध्य प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने बताया "आज सतना नगर निगम द्वारा प्रदेश सरकार की योजना के तहत 189 बेटियों का विवाह संपन्न कराया गया. मैं धन्यवाद देना चाहती हूं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का, जिन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत उन बेटियों को अपना परिवार बसाने का मौका दिया, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है. ऐसे परिवार जो बेटियों को बोझ मानते हैं उनके लिए भी यह योजना लाभकारी साबित हुई है."

विवाह के लिए आए थे 242 आवेदन

इस बारे में सतना नगर निगम के महापौर योगेश ताम्रकार ने बताया "हमारे पास मुख्यमंत्री कन्या विवाह की योजना के अंतर्गत 242 आवेदन आए थे. जिसकी स्क्रूटनी करने के बाद 196 आवेदन सही पाए गए. आज विवाह की प्रक्रिया होने से पहले 189 जोड़े बीटीआई ग्राउंड में पहुंचे. पूरे कार्यक्रम व भोजन-पानी की व्यवस्था सतना नगर निगम द्वारा की गई थी. इस आयोजन में एसटी, एससी, अनुसूचित जनजाति सहित अन्य वर्गों के जोड़े भी शामिल हुए. जिनका विवाह धूमधाम से संपन्न कराया गया."

प्रत्येक कन्या को दिए जाएंगे 49 हजार रुपए

योगेश ताम्रकार ने बताया "हमारे पास मुस्लिम समाज के भी 3 आवेदन आए थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने निकाह करने की सहमति नहीं जताई. अगर वे सहमति जताते तो यहीं पर उनका भी निकाह करा दिया जाता. वैवाहिक जीवन में बंधने वाले जोड़ों को 49 हजार रुपये की राशि प्रति कन्या के खाते में एक क्लिक के माध्यम से सोमवार को ट्रांसफर की जाएगी, जो उनके जीविकोपार्जन में सहयोगी साबित होगी."

एक साथ दांपत्य सूत्र में बंधे 362 वर-वधु
रीवा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना कार्यक्रम में शामिल हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि, ''मुख्यमंत्री कान्यादान योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिए वरदान है. गरीब बच्चियों की शादी की समस्त जिम्मेदारी सरकार की होती है, प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं की जाती हैं और धूमधाम से कन्याओं का विवाह/निकाह होता है.'' रीवा में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 362 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे जिन्हें उप मुख्यमंत्री ने शुभकामना दीं.

केंद्र और राज्य सरकार गरीबों की सरकार
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आगे कहा कि, ''यह सरकार गरीबों, किसानों, बेटियों, युवाओं की सरकार है. हर वर्ग की भलाई के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं. मुफ्त अनाज, नि:शुल्क इलाज की सुविधा के साथ ही पक्के आवास व हर घर में जल पहुंचाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है.'' उन्होंने कहा कि, ''प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आगामी वर्षों में तीन करोड़ प्रधानमंत्री आवास बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे.''

डिप्टी सीएम ने 362 वर वधुओं को सौंपा 1 करोड़ 75 लाख रुपए चेक
डिप्टी सीएम ने कहा कि, ''सामूहिक विवाह कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के द्वारा 18 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. प्रति जोड़े 49 हजार रुपए के मान से लगभग 1 करोड़ 75 लाख रुपए बेटियों को दिए जा रहे हैं.'' राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम किए जाने में सभी को सहभागी बनना होगा. सभी लोग नियमित अपनी स्वास्थ्य की जांच कराएं. अल्ट्रासाउंड जांच कराकर मां व बच्चे सुरक्षित रहें.'' उन्होंने अपेक्षा की कि एएनएम व आशा कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें और सभी मिलकर स्वस्थ रीवा, स्वस्थ मध्यप्रदेश और स्वस्थ देश बनाने में सहभागी बनें.''

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