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सम्मान के बजाय प्रवासी भारतीयों को मिला अपमान!

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आमंत्रण के बाद भी सभा कक्ष में नही दिया गया प्रवेश
-सरकार के रवैये पर लोगों ने जताई नाराजगी

भोपाल। निवेश की चाहत के साथ मप्र के इंदौर पहुंचे प्रवासी भारतीय NRI सरकार की अव्यवस्थाओं ने नाराज हो गए है। मुख्य कार्यक्रम स्थल में प्रवेश से वंचित लोगों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। इस घटना को मप्र के लिये शुभ संकेत नही माना जा रहा है। क्योंकि इसके बाद जहां विश्व पटल पर राज्य की छवि खराब हुई है। वही निवेश को लेकर सरकार के प्रयासो पर भी विपरीत प्रभाव पडा है। इसको देखते हुए कांग्रेस ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

जूली जैन और वीणा सिंह

इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह कहते हुए माफ़ी मांगी कि हाल छोटा पड़ गया लेकिन दिल नही। ख़ास बात यह है समारोह विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था, लेकिन 70 देशों से बुलाये गए 3500 प्रवासी भारतीय मेहमानों में अधिकांश निवेश की इच्छा के साथ मप्र सरकार के बुलावे पर आये है। बावजूद इसके बाद भी ब्रिलियंट कंवेशन सेंटर के ग्रेड हॉल में इनको उद्घाटन सत्र में ही अपमान का सामना करना पड़ा है।
इसमे लंदन के डिप्टी मेयर बिजनेस राजेश अग्रवाल ही नही स्पेन से आए जगदीश फोबियानी और नाइजीरिया से आए देवेश कुमार मिश्रा के नाम भी शामिल है। अमेरिका से आई जूली जैन और वीणा सिंह ने सार्वजनिक तौर पर न केवल नाराजगी जताई है बल्कि इनकी तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई है। इसमें जामीका से प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे प्रशान्त सिंह है। व्यवस्था को शर्मनाक बताते हुए यह कहते हुए आश्चर्य जताया कि सरकार 3000 लोगों के बैठने की व्यवस्था नही कर सकती है। क्या निवेशक उस पर भरोसा कर सकते हैं।

आमंत्रण पत्र दिखाते रह गए अग्रवाल
बताया जाता है कि तय समय से डेढ़ घंटे पहले ही।एंट्री रोक दी गई थी। कई प्रवासी भारतीयों को पंजीयन हॉल में ही बैठाकर कहा गया कि स्क्रीन पर ही कार्यक्रम देखें। लंदन के डिप्टी मेयर (बिजनेस) राजेश अग्रवाल 9.45 पर आयोजन स्थल पर पहुंचे। अग्रवाल को भी आयोजन के मुख्य समारोह में जाने से रोक दिया। अग्रवाल करीब 15 मिनट तक अंदर जाने के लिए संघर्ष करते रहे। बाहर मौजूद मीडिया के कुछ लोगों ने उन्हें पहचाना और सुरक्षाकर्मियों से कहा। काफी देर बाद अंदर के अधिकारियों को फोन लगाया गया। अग्रवाल उन्हें मिला विदेश मंत्रालय का आमंत्रण पत्र भी दिखाते रहे। बाद में उन्हें दूसरे गेट से अंदर दाखिला मिला। खास बात ये है कि अग्रवाल का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आयोजित दोपहर भोज के लिये चयनित अतिथियों में शामिल था।

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