नई दिल्ली
भारत की सीनियर पुरुष टीम थाईलैंड के चियांग माई में 49वें किंग्स कप फुटबॉल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में सात सितंबर को इराक से भिड़ेगी। इस मैच का आयोजन चियांग माई में 700वीं एनिवर्सरी स्टेडियम में किया जाएगा।
थाईलैंड फुटबॉल संघ द्वारा डाले गए ड्रॉ के अनुसार इस दिन होने वाले एक अन्य सेमीफाइनल में थाईलैंड की भिड़ंत लेबनान से होगी। टूर्नामेंट का फाइनल 10 सितंबर को खेला जाएगा। सेमीफाइनल में हारने वाली टीमें तीसरे स्थान के प्ले ऑफ में खेलेंगी।
ड्रॉ के अनुसार इराक (70वें स्थान के साथ फीफा रैंकिंग की शीर्ष टीम) और थाईलैंड (मेजबान और दुनिया की 113वें नंबर की टीम) को अलग-अलग सेमीफाइनल में रखा गया और उनकी भिड़ंत बाकी बची दो टीम भारत (फीफा रैंकिंग 99) और लेबनान (फीफा रैकिंग 100) में से एक से होनी थी। भारत ने इराक के खिलाफ पिछला मुकाबला 2010 में बगदाद में खेला था जिसमें उसे 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय टीम थाईलैंड में चौथी बार किंग्स कप में हिस्सा ले रही है। टीम पिछली बार 2019 मे इस टूर्नामेंट में खेली थी जहां उसे सेमीफाइनल में कुराओ के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने हालांकि तीसरे स्थान के प्ले ऑफ में थाईलैंड को 1-0 से हराकर कांस्य पदक जीता था। भारत ने 1977 में पहली बार टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए भी कांस्य पदक जीता था। टीम ने तब दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया को हराया था। भारत 1981 में ग्रुप चरण से बाहर हो गया था।
किंग्स कप का कार्यक्रम इस प्रकार है:
सात सितंबर: इराक बनाम भारत (भारतीय समयानुसार शाम चार बजे से), थाईलैंड बनाम लेबनाम (भारतीय समयानुसार शाम सात बजे से)
10 सितंबर: तीसरे स्थान का प्ले ऑफ (भारतीय समयानुसार शाम चार बजे से), फाइनल (भारतीय समयानुसार शाम सात बजे से)
अब ऊंची रैंकिंग वाली टीमों से डरते नहीं हैं : प्रीतम कोटाल
नई दिल्ली
भारतीय फुटबॉल टीम के अनुभवी डिफेंडर प्रीतम कोटाल का कहना है कि अब उनकी टीम ऊंची रैंकिंग वाली टीमों से डरती नहीं है। इंटर कांटिनेंटल कप और सैफ चैम्पियनशिप जीतने के बाद कोच इगोर स्टिमक की भारतीय टीम को किंग्स कप, एशियाई खेल, मेरडेका कप और एएफसी एशियाई कप खेलना है।
एशियाई कप में भारत (18वीं रैंकिंग) को आस्ट्रेलिया (एएफसी तीसरी रैंकिंग), उजबेकिस्तान (10वीं) और सीरिया (14वीं) जैसी टीमों के साथ कठिन ड्रॉ मिला है। कोटाल ने 'इन द स्टैंड्स' के ताजा एपिसोड में कहा, ‘‘अब खिलाड़ियों की सोच बदल गई है। हम किसी टीम से डरते नहीं हैं। हम मुकाबला करते हैं। आस्ट्रेलिया हो, उजबेकिस्तान या सीरिया।''
मोहन बागान को अपनी कप्तानी में पिछले सत्र में पहला आईएसएल खिताब दिलाने वाले कोटाल ने कहा, ‘‘हमें यकीन है कि इस साल हम कुछ अलग करेंगे। हम व्यक्तिगत स्तर पर और टीम के रूप में भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे। हम अपने प्रशंसकों से यही कहना चाहेंगे कि भारतीय टीम का साथ देते रहें।''
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