हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी अपनी छवि बदल चुके, सीएम आवास में आने के नियम बदले, बनाया वॉर रूम
चंडीगढ़
हरियाणा के सीएमओ ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दिल्ली में छोटे-खुदरा व्यापारी और रेहड़ी-पटरी वालों से मुलाकात कर रहे हैं। इससे पहले सीएम सैनी ने 10 दिसंबर को रात 11:31 बजे कुछ तस्वीरें शेयर की थीं, जिसमें वह अपने आवास संत कबीर कुटीर में देर रात फरियादियों से मुलाकात करते नजर आए थे। अपनी दूसरी पारी में नायब सिंह सैनी ने प्रशासनिक और प्रोटोकॉल के स्तर पर कई ऐसे बदलाव किए, जिससे यह संदेश गया कि वह मनोहर लाल की छाया से बाहर निकल चुके हैं। खट्टर सरकार के सारे अफसर सीएमओ से बदले जा चुके हैं। ट्रांसफर पोस्टिंग की पावर भी सीएम के हाथों में चली गई है। अब सीएम सैनी ने मुलाकात के लिए भी मनोहर लाल के प्रोटोकोल को बदल दिया है।
अब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट जरूरी नहीं
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी 'कॉमन मैन' और जनता का नेता की छवि गढ़ते नजर आ रहे हैं। जब वह किसी दौरे पर होते हैं तो लोकल मार्केट में खाने-पीने पहुंच जाते हैं। हरियाणा के लोगों को सीएम से मुलाकात के लिए टेलीफोन या आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं होती है। सीएम आवास में एंट्री के लिए उन्हें सिर्फ अपना आधार कार्ड साथ रखना होता है, जिसके आधार पर मुलाकात के लिए पास जारी होता है।
फरियादी बढ़े तो सीएम हाउस में बना वॉर रूम
दूसरी बार शपथ लेने के बाद जब सीएम सैनी ने फरियादियों से मुलाकात करने की परंपरा शुरू की तो काफी भीड़ जुटने लगी। रोजाना विजिटर्स का आंकड़ा 600 से 800 के बीच पहुंच गया। हर शिकायत के लिए अलग-अलग अफसरों को बुलाना पड़ता था। रिपोर्ट के अनुसार, सीएम ने संत कबीर कुटीर में ही वॉर रूम बना दिया, जहां 21 कर्मचारी मौजूद रहते हैं।
आखिरी मुलाकाती से भी मिलते हैं सीएम सैनी
सैनी के मीडिया सेक्रेटरी प्रवीण अत्रेय के अनुसार, सीएम नायब सिंह जब घर में मौजूद रहते हैं तो समस्या सुनने का सिलसिला चलता रहता है। देर रात तक वह आखिरी विजिटर से मिलते हैं। आधी रात को भी कर्मचारियों से पूछते हैं कि कोई विजिटर बचा है क्या? अगर कोई होता है तो सोने से पहले उनसे मिलते हैं। जनता की सारी डिमांड और शिकायतें निर्देश के साथ सीएम के वॉर रूम तक पहुंच जाती है।
वॉर रूम को 5 दिन में समस्या सुलझाने का टारगेट
हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) अधिकारी के नेतृत्व में वॉर रूम में कॉल सेंटर की तरह काम होता है। राज्य के 51 सरकारी विभागों में एक नोडल अधिकारी को तैनात किया गया है, जिनके पास 5 दिनों में समस्या सुलझाने की जिम्मेदारी है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, पिछले 9 महीनों में डेढ़ लाख से अधिक लोग सीएम से मिल चुके हैं। वॉर रूम जनवरी 2023 और फरवरी 2024 के बीच आयोजित खट्टर के जन संवाद कार्यक्रमों के दौरान प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई को भी ट्रैक करता है।
स्ट्रीट लाइट के लिए भी सीएम के पास आते हैं
वॉर रूम से जुड़े अफसरों के मुताबिक, सीएम के पास सड़क, बिजली, पानी के अलावा सरकारी अधिकारियों की शिकायत लेकर भी लोग आते हैं। कई लोग तो स्ट्रीट लाइट के लिए भी सीएम तक पहुंच गए। इसके अलावा ट्रांसफर की डिमांड भी आती है। हालांकि ट्रांसफर जैसे विषयों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गई है। कई लोग नौकरी की मांग को लेकर भी पहुंचे हैं। नौकरी के अनुरोधों पर केवल गंभीर परिस्थितियों वाले असाधारण मामलों में ही विचार किया जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऑनलाइन विंडो सिस्टम की शुरुआत की थी, जिसमें लोग अपनी शिकायत आज भी करते हैं। सीएम सैनी ऐसे सीएम के तौर पर खुद की पहचान बनाना चाहते हैं, जो जनता से सीधे संवाद करता है।
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