भुवनेश्वर.
भारत और नेपाल के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूती देने के लिए दोनों देशों के बीच बेहतर ‘कनेक्टिविटी’ की आवश्यकता है। नेपाल-भारत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार वैद्य ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि रेल और सड़क नेटवर्क के विस्तार से न केवल व्यापार और शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक रिश्ते भी और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि नेपाल-भारत के प्राचीन संबंधों को नई दिशा देने की जरूरत है।
अशोक वैद्य ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध त्रेता युग से अब तक अटूट बने हुए हैं। भगवान राम और माता सीता के विवाह से लेकर काशी विश्वनाथ, भगवान बुद्ध, महावीर और हिमालय-गंगा की साझी विरासत ने दोनों देशों को सांस्कृतिक रूप से एक सूत्र में पिरोया है। उन्होंने नेपाल और भारत के बीच रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट और जैन सर्किट के विकास पर जोर दिया, जिससे धार्मिक पर्यटन को नई दिशा मिल सके।
You Might Also Like
राष्ट्रपति ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में अपने देश की सत्ता की बागडोर संभालेंगे, जयशंकर भी होंगे शामिल
नई दिल्ली विदेशमंत्री एस जयशंकर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व...
पीयूष गोयल ने स्वामी जी के अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा- मोदी के नेतृत्व में युवा प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं
मुंबई स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती को देश ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मना रहा है। केंद्रीय मंत्री पीयूष...
तमिलनाडु राजभवन का पलटवार, मुख्यमंत्री स्टालिन का अहंकार ठीक नहीं है
तमिलनाडु तमिलनाडु राजभवन ने विधानसभा के हालिया सत्र को संबोधित न करने के राज्यपाल आर एन रवि के फैसले को...
उत्तर भारत में मौसम की दोहरी मार, कड़ाके की ठंड के बीच वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से बारिश और आंधी तूफान की भी चेतावनी जारी
नई दिल्ली उत्तर भारत में मौसम की दोहरी मार पड़ी है। कड़ाके की ठंड के बीच वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह...