वायनाड
कांग्रेस नेता और निवर्तमान सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को वायनाड लोकसभा क्षेत्र से नामांकन किया। इस दौरान उनके साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं। नामांकन से पहले राहुल गांधी ने वायनाड के कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक एक रोड शो भी किया। रोड में यूडीएफ के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल रहे। इस मौके पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वह वायनाड के मुद्दों को देश और दुनिया के सामने लाने के लिए हमेशा तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली और केरल में कांग्रेस की सरकार बनी तो राज्य की सारी समस्याओं का समाधान निकाल लेंगे। राहुल गांधी का मुकाबला सीपीआई की राष्ट्रीय नेता और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की उम्मीदवार एनी राजा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन से होगा।
राहुल ने यहां उनके रोड शो में शामिल होने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों समेत हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वायनाड उनका घर है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग उनका परिवार हैं और अपने खूबसूरत इतिहास एवं परंपराओं वाली यह भूमि उन्हें प्रेरणा देती है। मैं वायनाड के लोगों के अटूट समर्थन के लिए उनका बहुत आभारी हूं। राहुल गांधी ने कहा कि हम न्याय के एक नए युग में कदम रख रहे हैं, ऐसे में मैं अपनी सर्वाधिक क्षमताओं से आप में से प्रत्येक की सेवा करने के लिए अपने समर्पण की पुष्टि करना चाहता हूं। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए यहां पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए संयुक्त लोकतंत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के नेताओं और कार्यकर्ताओं समेत हजारों लोग कलपेट्टा में एकत्र हुए। राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक रोडशो किया।
राहुल का किससे है मुकाबला
यूडीएफ के सैकड़ों कार्यकर्ता रोड शो के लिए कतार में खड़े थे और विभिन्न आयु वर्गों के लोग कांग्रेस सांसद की तस्वीर के साथ पार्टी के झंडे, तख्तियां और पार्टी के रंग वाले गुब्बारे लेकर राहुल का स्वागत करने के लिए सड़कों के किनारे एकत्र हुए। राहुल वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता एनी राजा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2019 में इसी सीट से चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल कर विजयी रहे थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे। केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।
केरल में मजबूत स्थिति में कांग्रेस
केरल उन कुछ राज्यों में से एक है जहां कांग्रेस की अभी भी मजबूत उपस्थिति है। लोकसभा में केरल से 20 सांसद चुने जाते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं जबकि उसके गठबंधन यूडीएफ को 19 सीटों पर सफलता मिली थी। कांग्रेस के सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने दो, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ने एक और केरल कांग्रेस (एम) ने एक सीट पर कब्जा किया था। अलाप्पुझा लोकसभा सीट एलडीएफ के खाते में गई थी। 2019 के चुनाव में राहुल गांधी वायनाड से 4.31 लाख से अधिक वोटों से जीते थे। उस चुनाव में वह अमेठी में स्मृति ईरानी से हार गए थे। वायनाड में राहुल गांधी ने एलडीएफ उम्मीदवार पीपी सुनीर को हराया था। इस सीट से कांग्रेस को 64.94 प्रतिशत वोट मिला था। एनडीए ने बीडीजे (एस) नेता तुषार वेल्लापल्ली को सिर्फ 78,000 यानी 7.25 फीसदी वोट मिले थे। केरल में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी, जबकि वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
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