छत्तीसगढ़

वर्तमान में साईबर अपराध है एक ज्वलंत मुद्दा, इससे निपटने जागरूकता है जरूरी

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रायपुर

छत्तीसगढ़ के नवा-रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में पुलिस विभाग और सेंटर फॉर डेव्हलपमेंट आफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सीडैक) के संयुक्त तत्वाधान में साईबर अपराध विषय पर 11 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा के निर्देशन में गत 13 मार्च से आयोजित इस कार्यशाला के समापन समारोह की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशासन श्री हिमांशु गुप्ता ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में साईबर अपराध एक ज्वलंत मुद्दा है, जिससे निपटने के लिए सीडैक ने इस कोर्स को बहुत अच्छे तरीके से संचालित कर पुलिस अधिकारियों को साईबर अपराध विषय पर जागरूक किया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी, रोबोटिक्स आदि नई-नई तकनीकियों के विकास होने के कारण अपराधी, अपराध हेतु नये-नये तरीकों को अपनाने लगे है। उन्होने प्रतिभागियों से आव्हान किया कि समय के साथ सभी अपने आप को अपडेट करते रहें और प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभवों को अधीनस्थों के साथ भी साझा करें।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाएं श्री प्रदीप गुप्ता ने कहा कि सीडैक ने प्रतिभागियों को बहुत अच्छी ट्रेनिंग दी है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि प्रशिक्षण में जो जानकारी मिली है, उसका मैदानी अमला अच्छा उपयोग करें। यह प्रशिक्षण अपराधों के अन्वेषण में पुलिस अधिकारियों के लिए काफी मददगार साबित होगा।

सीडैक के सीनियर डॉयरेक्टर श्री नवीन कुमार जैन ने कहा कि देश में डिजिटाईजेशन के बढ़ते रूप को देखते हुए साईबर अपराध को रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। उन्होने आश्वस्त किया कि भविष्य में सीडैक पुलिस विभाग को सहयोग देता रहेगा। इस दौरान प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण कार्यशाला को उत्कृष्ट बताते हुए भविष्य में भी ऐसे ट्रेनिंग आयोजित करने का आग्रह किया। पूरे प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिन प्रशिक्षार्णियों ने अच्छा प्रदर्शन किया उनमें से उप पुलिस अधीक्षक, डा. अनुराग झा को बेस्ट पर्टिशिपेंट कम हैण्डस आॅन एवं निरीक्षक नरेश पटेल को बेस्ट पार्टिशिपेंट के सम्मान से सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया।

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