राजस्थान हादसे के बाद हरियाणा में सतर्कता: सोनीपत के 4 स्कूलों को 1.20 करोड़ की मंजूरी, भवन और सुरक्षा जांच शुरू

सोनीपत 

राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की इमारत गिरने की घटना के बाद देशभर में जर्जर स्कूल भवनों को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसी के मद्देनजर हरियाणा सरकार भी सतर्क हो गई है। 

जांटी कलां, झूंडपुर, बाजीपुर सबौली और जाखौली गांव के स्कूलों में नए कमरे, पुस्तकालय और विज्ञान प्रयोगशालाएं बनाई जा रही हैं, ताकि छात्रों को सुरक्षित और बेहतर पढ़ाई का माहौल मिल सके। सभी चार स्कूलों में निर्माण कार्य शुरू हो चुके हैं और इनमें जरूरी भौतिक सुविधाओं की पूर्ति के लिए यह योजना बनाई गई है।

जांटी कलां में बनेंगे चार नए कमरे

जांटी कलां गांव के राजकीय स्कूल में चार नए कमरों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यह निर्माण कार्य शिक्षा विभाग द्वारा जारी बजट का एक हिस्सा है। इन नए कमरों के बनने से स्कूल में कक्षाओं की संख्या बढ़ेगी और छात्रों को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।

झूंडपुर में लाइब्रेरी और दो लैब तैयार होंगी

झूंडपुर गांव के राजकीय स्कूल में एक नई पुस्तकालय और दो विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण भी इसी प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया गया है। इससे छात्रों को पुस्तकें पढ़ने और प्रयोग आधारित शिक्षा प्राप्त करने के लिए उपयुक्त माहौल मिलेगा।

बाजीपुर सबौली में दो कमरे और एक लाइब्रेरी

बाजीपुर सबौली गांव में स्थित राजकीय स्कूल में भी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। यहां दो नए कमरे और एक पुस्तकालय बनाया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए अतिरिक्त स्थान और अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो सके।

जाखौली में विद्यार्थियों को मिलेंगी तीन नई लैब

जाखौली गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षा विभाग द्वारा तीन नई विज्ञान प्रयोगशालाएं बनाई जा रही हैं। इससे विज्ञान विषय के विद्यार्थियों को प्रयोग करने और विषय को व्यावहारिक तरीके से समझने में मदद मिलेगी।

जल्द पूरा होगा निर्माण कार्य: एसडीओ

शिक्षा विभाग के एसडीओ सुमेर ने जानकारी दी कि चारों स्कूलों में निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है और इसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है। विभाग की प्राथमिकता है कि नए सत्र की शुरुआत से पहले छात्रों को इन सुविधाओं का फायदा मिलना शुरू हो जाए।

सभी सरकारी स्कूलों की इमारतों की होगी जांच

शिक्षा विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि जिले के सभी राजकीय स्कूलों की इमारतों की जांच करवाई जाएगी। यदि किसी स्कूल की इमारत को खतरनाक या कंडम घोषित किया जाता है तो उसके संबंध में आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूल प्रमुखों से भी समय-समय पर इमारतों की स्थिति की रिपोर्ट मांगी जा रही है, ताकि छात्रों को किसी प्रकार का खतरा न हो और उन्हें सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई करने का अवसर मिल सके।

 

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