कमरे की शोभा बढ़ाने के लिए अक्सर लोग दीवारों पर पेंटिंग लगाते हैं। आमतौर पर लोगों को कई तरह के पेंटिंग पसंद होते हैं। मगर वास्तु के अनुसार दीवारों पर पेंटिंग लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये पेंटिग दिनभर हमारे सामने होती हैं, और इसका प्रभाव हमारे आमदनी और सेहत पर भी पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवारों पर लगाई जाने वाली पेंटिंग और तस्वीरें भी घर के सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित कर सकती हैं। बता दें कि वास्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि किस तरीके के पेंटिंग आपको अपने कमरे के दिवारों पर लगाना चाहिए। साथ ही ये भी जानेंगे कि पेंटिग लगाते समय किन वास्तु नियमों का ध्यान रखना चाहिए।
उगते हुए सूर्य की पेंटिंग
हम सबको पता है हिंदू धर्म में उगते हुए सूर्य का बहुत महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि उगता हुआ सुरज "नई शुरुआत और आशा" "जीवन और ऊर्जा" का प्रतीक है। इसलिए पूर्व दिशा में उगते हुए सूर्य की पेंटिंग लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का बढ़ता है।
दौड़ता हुआ घोड़ा
माना जाता है कि दौड़ता हुआ घोड़ा नेतृत्व और साहस का प्रतीक है। साथ ही घोड़े को सफलता के चिन्ह के तौर पर भी देखा जाता है। वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा में दौड़ते हुए घोड़े की पेंटिंग लगाने से करियर में तरक्की और धन लाभ होता है।
मोर के पंख
मोर को समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। पश्चिम दिशा में मोर पंखों की पेंटिंग लगाने से घर में खुशियां और धन-धान्य आता है।
हरे बांस की फोटो
हरे बांस की पेंटिंग बहुत कम लोगों के घरों में देखने को मिलता है, मगर ये पेंटिग आपके कमरे के लिए बहुत खास हो सकता है। हरे बांस को तरक्की और विकास का प्रतीक माना जाता है। उत्तर दिशा में हरे बांस की फोटो लगाने से व्यापार में वृद्धि और जीवन में नए अवसर प्राप्त होते हैं।
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