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दिवाली पर पटाखे चलाते हुए जले हाथ तो करें ये काम

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दिवाली पर पटाखे चलाते हुए गलती से हाथ जल जाता है और गहरी चोट आ जाती है। हालांकि पटाखे से हाथ जलने में चोट गंभीर भी हो सकती है। ऐसे में सावधानी के तौर पर फर्स्‍ट एड देना बेहद जरुरी होता है हालांकि, ऐसे वक्‍त पर डॉक्टर का मिलना मुश्किल होता है।

ऐसे में हमें कुछ बातों का ध्‍यान रखना जरुरी होता है। ताकि सही कदम उठाकर हम जलन को ठीक कर सके और संक्रमण से बचा जा सके। दि‍वाली पर पटाखे जलाते हुए क‍िन बातों का ध्‍यान रखना चाह‍िए और दुर्घटनावश हाथ जल जाएं, तो क्‍या करना चाह‍िए। आइए जानते है क‍ि अगर दिवाली पर क‍िसी का हाथ जल जाए तो तुरंत क्‍या करें?

एक्‍सपर्ट ने दी ये सलाह
जयपुर स्थित साकेत अस्‍पताल के डायरेक्‍टर डॉक्टर प्रवीण मंगलुनि‍या ने बताया क‍ि जलने पर सबसे पहले तुरंत ठंडे पानी से उस घाव को साफ कर लें। यदि जलने के दौरान कपड़ा त्वचा में चिपक गया हो, तो उसे निकालने का प्रयास न करें। यह काम डॉक्टर पर छोड़ दें ताकि घाव को नुकसान न हो। घर पर सिल्वर सल्फरडाइजिन (Silver Sulfadiazine) क्रीम रखें। इस क्रीम में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो जलन और संक्रमण को रोकने में सहायक है। जलने पर पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं और तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।

इन घरेलू उपायों से भी कर सकते है प्राथम‍िक इलाज
डॉक्टर मंगलून‍िया के अनुसार, दिवाली पर पटाखों से होने वाले जलने वाले घाव के लिए घर में मौजूद सामग्रियों से प्राथमिक उपचार किया जा सकता है। ये घरेलू नुस्खे घाव को ठंडक प्रदान करते हैं, फफोले बनने से रोकते हैं और दर्द में राहत देते हैं।

– जलने के तुरंत बाद, हाथ को ठंडे (बर्फ वाले नहीं) पानी में 10-15 मिनट के लिए डालें या ठंडे पानी से धोएं। इससे जलन कम होगी और त्वचा का तापमान भी सामान्य होगा। इसके बाद हाथ को हल्के से साफ कपड़े या नैपकिन से पोंछें।
– केवल कोलगेट टूथपेस्ट का उपयोग करें। इसमें मौजूद कैल्शियम जलन में राहत देने में मदद करता है। इसे जले हुए स्थान पर लगाएं और छोड़ दें।
– मलाई को जले हुए स्थान पर हल्के हाथों से लगाएं। मलाई में नमी होती है, जो त्वचा को ठंडक पहुंचाकर जलन को कम करती है।
– एलोवेरा के जैल को निकालकर सीधे घाव पर लगाएं। यह त्वचा को ठंडक देता है और फफोले बनने से रोकता है।
– संक्रमण से बचने के लिए प्रभावित जगह पर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं।

महत्वपूर्ण सावधानियां बरते

– पटाखे जलाते समय हमेशा कम से कम 4 मीटर की दूरी रखें।
– पटाखों की आवाज के एयर प्रेशर से कान पर असर हो सकता है, इसलिए कानों का ध्यान रखें।
– पटाखे चलाते समय हमेशा जूते पहनें ताकि पैरों को सुरक्षा मिल सके।
– यदि जलने के बाद फफोले पड़ जाएं, तो उन्हें न फोड़ें; इससे संक्रमण का खतरा रहता है।
इन उपायों से जले हुए घाव की देखभाल कर सकते हैं और जलन को कम कर सकते हैं।

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