भोपाल। राजधानी में अब भोपाल के अंतिम नबाव हमीदउल्ला के नाम से संचालित संस्थानों का नाम बदलने की मांग उठी है। मजे की बात यह है कि गौरव दिवस पर यह नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के माध्यम से सामने आई है। राजा भोज एवं रानी कमलापति व्याख्या केंद्र के शुभारंभ समारोह में उन्होंने यह कहते हुए सवाल उठाया कि आजादी के बाद जो भोपाल को पाकिस्तान में मिलाना चाहता था, उसके नाम पर अब अस्पताल और कॉलेज क्यों हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा कि भोपाल के लोगों को इस विषय पर अब चर्चा करनी चाहिये। क्योंकि जिस व्यक्ति ने भारत की आजादी का विरोध किया और तीन साल उसे पाकिस्तान में मिलाने के लिये अड़ा रहा, क्या उस हमीदउल्ला के नाम पर अस्पताल और शिक्षण जैसे संस्थान होने चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि इनका नाम रखा ही जाना तो किसी ऐसे व्यक्ति के नाम पर किया जाना चाहिये जिन्होंने भारत की आजादी में योगदान दिया है। वह अब्दुल कलाम हो सकते हैं। भारत के पूर्व राष्ट्रपति और योग्य व्यक्ति रहे हैं। बता दें कि राजधानी नबाव हमीदउल्ला के नाम पर प्रमुख रूप से चिकित्सा महाविद्यालय और महाविद्यालय है।
You Might Also Like
अब हर गांव-शहर तक दौड़ेगी सरकारी बस, करोड़ों यात्रियों को राहत
भोपाल मध्य प्रदेश सरकार एक नई परिवहन कंपनी बनाने जा रही है। यह राज्य भर में चलने वाली सभी प्राइवेट...
प्रदीप मिश्रा की कथा से लौट रहे श्रद्धालुओं की गाड़ी इंदौर में खड़े ट्रक से टकराई, एक की मौत
इंदौर गुरुवार अलसुबह इंदौर के कनाड़िया बायपास पर एक सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक युवक की मौत हो गई,...
जनभागीदारी से करें आदिवासी बाहुल्य ग्रामों का समग्र विकास: CM ने आदि कर्मयोगी अभियान की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
रायपुर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देशित किया कि आदि कर्मयोगी...
रायपुर : गुणवत्तापूर्ण निर्माण सामग्रियों के चयन के लिए मानकों की जानकारी जरूरी – अरुण साव
रायपुर : गुणवत्तापूर्ण निर्माण सामग्रियों के चयन के लिए मानकों की जानकारी जरूरी - अरुण साव पीडब्लूडी के अभियंताओं के...