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फसलों की तबाही और पेपर लीक मामले में कांग्रेस ने किया बहिर्गमन

संसदीय कार्यमंत्री ने कहा जवाब सुने बिना जाना ठीक परंपरा नहीं

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भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का 11वां दिन हंगामेदार रहा। विपक्ष ने महू की घटना, ओलों से तबाह फसल व 10वीं-12वीं के लीक हुए पेपर के मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए सदन से बहिर्गमन किया। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के  तरीके पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि बिना जवाब सुने वॉकआउट करना ठीक नहीं है।
   इसके पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने पेपर लीक मामले को उठाते हुए कहा कि 20 लाख छात्र-छत्राओं के भविष्य से साथ व्यवस्था ने खिलवाड़ किया है। इसलिये बच्चों की फीस वापस की जाए। वहीं दूसरी ओर ओलों  से किसान बर्बाद हो गए, अब तक सर्वे शुरू नहीं हुआ। इसके अलावा राजस्व अधिकारियों की हड़ताल रोकने के लिए भी सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया। कांग्रेस इन दोनों मामले में सदन से वॉकआउट करती है। इसके जबाव में सरकार के प्रवक्ता व संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के दोनों नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक भी खेत में नहीं गए। ये घडियाली आंसू बहाते हैं। ये केवल राजनीतिक माइलेज लेने के लिए ऐसा करते हैं।जनता सब समझती है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने सदन शुरू होने से पहले कहा, जिनके घरों पर बुलडोजर उनकी कानूनी लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी। ऐसे लोग हमसे मिलें, हम सुप्रीम कोर्ट तक उनके लिए लड़ेंगे। सजा देने का काम न्यायपालिका का है, मुख्यमंत्री का नहीं। महू घटना के दोषियों पर बुलडोजर नहीं चला, सिर्फ निर्दोषों के घर बुलडोजर चलाया जा रहा है।

मंत्री से अध्यक्ष ने कहा- सरकार बदनामी क्यो कराते हो

रीवा संभाग के तीन विधायकों ने मेडिकल कॉलेज के डीन पर गंभीर आरोप लगाए। विधायक शारदेंदु तिवारी ने रीवा मेडिकल कॉलेज के डीन पर कर्मचारियों के बिलों को रोकने का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। पंचूलाल प्रजापति ने रीवा मेडिकल कॉलेज के डीन पर प्राइवेट अस्पताल संचालित करने का मामला उठाया। कुंवर सिंह टेकाम ने भी पंचू लाल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज मिलने के बजाए प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को भेजकर लूटा जा रहा है। विषय की गंभीरता को देखते हुए स्पीकर गिरीश गौतम ने मंत्री विश्वास सारंग से कहा- डीन को हटा दो, सरकार की बदनामी क्यों कराते हो।

सीएम ने कहा था- एक-एक पैसा चुकाऊंगा, इसका समय आ गया
कालापीपल से कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा, सरकार मुंह चलाने की जगह काम पर ध्यान दे। सदन में सारे काम रोककर सिर्फ दो दिन किसानों पर चर्चा होना चाहिए। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह बोले- सभी किसानों को राहत राशि दी जाएगी। कांग्रेस ने तो अपने समय एक पैसा किसानों को नहीं दिया। कांतिलाल भूरिया ने कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा था कि मैं एक-एक पैसा किसानों का चुकाऊंगा। अब इसका समय आ गया है। प्रश्नकाल के दौरान बालाघाट से बीजेपी विधायक गौरीशंकर बिसेन ने पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल से सवाल किया। कहा- मैंने जो सवाल किया था, उसमें बिना जमीनी जांच कार्यों के आधार पर जांच कर ली गई। क्या विधायकों की समिति बनाकर जांच कराएंगे? स्पीकर ने विधायकों की समिति बनाने से इनकार किया, तो बिसेन बोले- क्यों नहीं बनाना चाहिए? मेरा 4 साल बाद प्रश्न आया है। कैसे आया, मैं ही जानता हूं।भितरवार से कांग्रेस विधायक लाखन सिंह यादव बोले- हम लोगों की मांग पर कमेटी में विधायक को शामिल नहीं करते, कम से कम इनकी मांग पर ही शामिल कर दो। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोले- अगर आप चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो यहां कमेटी में विधायकों को शामिल करने में क्या दिक्कत है? संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम ने कहा- बिसेन जी वरिष्ठ और सम्माननीय हैं। जिस अधिकारी से कहेंगे, जांच करा ली जाएगी।

मंत्री सारंग और विधायक परमार में बहस
तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने चिकित्‍सा शिक्षा मंत्री से पूछा- एनआरआई कोटे से एमपी में किन छात्रों को एडमिशन दिया गया है? आगे कहा- उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में किनका एडमिशन हुआ और किस आधार पर हुआ? जब गरीब छात्रों की फीस नहीं भरी जा रही, तो इनकी फीस किस आधार पर दी जा रही है। विधायक महेश परमार छात्रों की सूची उपलब्ध कराने की मांग पर अड़ गए।परमार बोले- पहले आपके विभाग ने एडमिशन दिया और बाद में उन्हें अपात्र माना, ये कैसे हुआ? जांच होनी चाहिए। मंत्री विश्वास सारंग और महेश परमार में जमकर बहस हुई।

सदन में गूंजा सागर में 36 करोड रूपए की छात्रवृत्ति गबन का मामला


देवरी से कांग्रेस विधायक हर्ष यादव बोले- सागर जिले में 36 करोड़ रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला हुआ है। इसकी जांच कराएंगे? जनजातीय कार्यमंत्री मीना सिंह बोलीं- जो लोग शामिल थे, उन पर एफआईआर दर्ज की गई है।मामले को लेकर दोनेा के बीच थोडीनोंक झोंक भी हुई । मंत्री ने जब आश्‍वस्‍त किया कि मामले को देखते हुए कार्यवाही की जाएगी तब जाकर मामला शांत हुआ। नेता प्रतिपक्ष बोले- भिंड जिले में 12 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। जांच कराकर दोषियों को जेल भेजें। हर्ष यादव बोले- मैंने जो शिकायत की थी, उसकी जांच अब तक नहीं हुई। क्या ऐसे कर्मचारियों को बर्खास्त करेंगी?

जब कांग्रेस विधायक, मंत्री से बोले- भाषण नहीं, बीजेपी विधायक को जवाब दीजिए
टीकम गढ में मेडिकल कालेज की मांग – जतारा से बीजेपी विधायक हरिशंकर खटिक ने कहा- टीकमगढ़ जिला अस्पताल बहुत पुराना है। 24, 89, 715 आबादी है। अच्छे इलाज की सुविधा नहीं होने पर मरीज दूसरे शहर जाते हैं। टीकमगढ़ में ही मेडिकल कॉलेज खोला जाए। मंत्री विश्वास सारंग बोले- पहले केवल मप्र में 5 मेडिकल कॉलेज थे। अब शिवराज सिंह के प्रयास से 24 मेडिकल कॉलेज हो गए। सारंग के जवाब पर कांग्रेस विधायकों ने कहा- भाषण मत दीजिए, सवाल का जवाब दीजिए। मंत्री विश्‍वास सारंग ने कहा कि – हरिशंकर जी की मांग पर एक हफ्ते में केंद्र सरकार को मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव भेज देंगे। खटीक बोले- समयसीमा निश्चित हो जाए कि कब तक खुल जाएगा? इतना कह दीजिए कि टीकमगढ़ में मेडिकल कॉलेज खुलेगा।

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