यदि आप एक हेल्दी डायट फॉलो करते हैं, तो आपकी थाली में नियमित रूप से स्प्रोउट्स मौजूद होते होंगे। इन छोटे अंकुरित बीजों में उच्च विटामिन और खनिज की भरमार होती है, जो इसे न्यूट्रिशन का पावरहाउस बनाता है। यह कैलोरी में कम, प्रोटीन, फोलेट, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज और विटामिन सी और के से भरपूर होते हैं।
स्प्राउट्स को जिस प्रकार से तैयार किया जाता है, वह इसे और भी ज्यादा पौष्टिक बना देता है। इसलिए यह फिटनेस और वजन घटाने वालों के बीच अत्यधिक पसंदीदा स्नैक आइटम है। इन्हें खाने से पाचन में सुधार, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हालांकि, कच्चे स्प्राउट्स खाने को अक्सर फूड पॉइजनिंग के मामलों से जोड़ा जाता है। जिन लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि स्प्राउट्स को कच्चा खाएं या पकाकर, तो आज हम इसी बात को लेकर चर्चा करेंगे।
कच्चा स्प्राउट्स दे सकता है फूड पॉइजनिंग
कच्चे स्प्राउट्स ज्यादातर ई-कोलाई और साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया की उपस्थिति के कारण फूड पॉइजनिंग से जुड़े होते हैं। बींस और सीड्स ज्यादातर गर्म और नम स्थितियों में अंकुरित होते हैं, जो ऐसे बैक्टीरिया के विकास के लिए एकदम सही है। ज्यादातर लोग स्प्राउट्स खाने के 12-72 घंटे बाद दस्त,पेट में ऐंठन और उल्टी जैसे फूड पॉइजनिंग के लक्षण अनुभव करते हैं। ये लक्षण शायद ही कभी घातक होते हैं, लेकिन बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के मामले में गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं।
पाचने में होगी मुश्किल
विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चे स्प्राउट्स पके हुए स्प्राउट्स की तुलना में पचाने में मुश्किल होते हैं। आपका शरीर बीज और फलियों के सभी पोषक तत्वों को कच्चे रूप में अवशोषित नहीं कर सकता है। स्प्राउट्स को थोड़ा पकाने से पोषक तत्व शरीर में आसानी से समा जाते हैं।
किडनी से जुड़ी बीमारियां
ज्यादा मात्रा में कच्चा स्प्राउट्स खाने से इसमें मौजूद लिस्टीरिया नामक बैक्टीरिया किडनी पर बुरा असर डाल सकता है। इससे किडनी की परेशानी की आशंका बढ़ जाती है।
स्प्राउट्स खाने का सही तरीका
बहुत से लोग रोजाना कच्चे स्प्राउट्स का सेवन करते हैं और फिर भी उन्हें कभी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। हालांकि, आपकी सुरक्षा के लिए, पैन में थोड़ा सा तेल डालें और स्प्राउट्स के बैक्टीरिया को मारने के लिए थोड़ी देर के लिए हिलाएं या फिर नमक के पानी में 5-10 मिनट तक उबालें। इस तरह पका कर खाने से आपके पाचन तंत्र और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए और भी बेहतर है। यदि आपका इम्यून सिस्टम हेल्दी है और कच्चे स्प्राउट्स के सेवन से आपको कभी कोई समस्या नहीं हुई है, तो आपको इसे जारी रखना चाहिए। यदि आप अपने पेट को लेकर अक्सर परेशान रहते हैं, तो अच्छा होगा कि इसे थोड़ा पकाकर ही खाएं।
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