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दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट पर बैन, प्रशासन सतर्क

नई दिल्ली
दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन पिछले 73 दिनों से जारी है। सरकार ने किसान संगठनों के साथ कई दौर की वार्ता की लेकिन मामले का हल नहीं निकला। इसके बाद गणतंत्र दिवस पर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली, उस दौरान राजधानी दिल्ली में जमकर हिंसा हुई। जिसके बाद तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। शनिवार को भी किसानों ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए तीन घंटे का चक्का जाम किया। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन काफी सतर्क है। साथ ही दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बैन कर दिया गया है। 

दिल्ली पुलिस के मुताबिक सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और उसके आसपास के इलाकों में शनिवार रात 11:59 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। ये कदम नागरिकों की सुरक्षा और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है। हालांकि कॉलिंग सेवा पहले की तरह जारी रहेगी, उस पर पुलिस और सरकार ने रोक नहीं लगाई है। इससे पहले गणतंत्र दिवस हिंसा के दौरान दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया था। किसान विरोध के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर 'छात्र चौक' नाम का कोना आखिर क्यों बनाया गया है? जानें चक्का जाम के जरिए शक्ति प्रदर्शन किसान संगठनों ने शनिवार को दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक चक्का जाम किया। इस दौरान यूपी, दिल्ली और उत्तराखंड को छोड़कर सभी राज्यों में किसान सड़कों पर उतरे और वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध कर दी। 

कई ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी किसानों को समर्थन दिया था। हालांकि पुलिस-प्रशासन की सख्ती की वजह से कहीं पर कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। किले में तब्दील दिल्ली बॉर्डर गणतंत्र दिवस हिंसा से दिल्ली पुलिस ने भी सबक लिया था। इस वजह से दिल्ली से लगती सीमाओं को पूरी तरह से सील रखा गया। साथ ही वहां पर बैरिकेड्स के ऊपर कटीले तार भी लगाए गए। पिछली बार किसानों ने बैरिकेड्स पर ट्रैक्टर चढ़ा दिए थे, जिस वजह से पुलिस ने इस बार सड़क पर ही कीलें लगवा दीं। इसके अलावा 50 हजार जवानों की तैनाती दिल्ली में की गई है। 

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