उत्तर प्रदेश

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सामने सबसे बड़ा संकट MLC चुनाव 

18Views

नई दिल्ली 
बसपा और कांग्रेस अपने दम पर एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं हैं. बीजेपी 2022 के चुनाव से पहले 10 एमएलसी बनाकर अपने राजनीतिक समीकरण को साधने का दांव चलेगी.  उत्तर प्रदेश की 12 विधान परिषद (एमएलसी) सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है. इनमें से 10 सीटें बिना किसी लागलपेट के बीजेपी के पाले में जानी है जबकि एक सीट समाजवादी पार्ट की भी पक्की मानी जा रही है. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सामने सबसे बड़ा संकट है कि वो एकलौती सीट के लिए किसे उच्च सदन भेजें? बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद की ये 11 सीटें 30 जनवरी को खाली हो रही हैं जबकि एक सीट पहले से ही खाली है.

 यूपी की जिन 12 एमएलसी सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें से अभी 6 सीटें सपा के पास हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के पास तीन, बहुजन समाज पार्टी के पास दो सीटें हैं. इसके अलावा एक नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सदस्यता समाप्त हो जाने के चलते खाली हो रही. यूपी विधानसभा में मौजूदा विधायकों की संख्या के आधार पर सपा सिर्फ एक सीट ही जीत सकती है. ऐसे में जाहिर है कि बाकी पांच सदस्यों का पत्ता साफ होगा. सपा के अहमद हसन, आशू मलिक, रमेश यादव, रामजतन राजभर, वीरेन्द्र सिंह और साहब सिंह सैनी के कार्यकाल पूरे हो रहे हैं. ये सभी सदस्य मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते हैं और अहमद हसन और रमेश यादव  सपा के पुराने और दिग्गज नेताओं में शामिल हैं. 

admin
the authoradmin