हिमस्खलन से प्रमुख पावर प्लांट्स से करीब 200 मेगावॉट बिजली आपूर्ति प्रभावित
नई दिल्ली
उत्तराखंड में हुए हिमस्खलन के कारण सावधानी के तौर पर स्थानीय प्रशासन ने दो बिजली संयंत्र को बंद कर दिया। इस कारण नैशनल ग्रिड को की जानी वाली करीब 200 मेगावॉट बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। टिहरी और कोटेश्वर के बिजली संयंत्रों को बंद कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्र के ज्यादातर जल विद्युत संयंत्र (Hydropower Plants) निर्माणाधीन हैं या छोटी इकाइयों के तहत आते हैं जो कि 25 मेगावॉट तक की क्षमता के होते हैं। ये छोटे संयंत्र अधिकतर राज्य सरकार के अधीन हैं। एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन ने आपदा के मद्देनजर टिहरी और कोटेश्वर के संयंत्रों को बंद कर दिया है। इसके चलते नैशनल ग्रिड को होने वाली करीब 200 मेगावॉट बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।
ध्यान रहे कि चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आ गई। इसमें ऋषिगंगा पर बनी एक बिजली परियोजना को इससे भारी नुकसान पहुंचा है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से निकलने वाली ऋषिगंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में टूटे हिमखंड से आई बाढ़ के कारण धौलगंगा घाटी और अलकनंदा घाटी में नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है जिससे श्रृषिगंगा और धौली गंगा के संगम पर स्थित रैणी गांव के समीप स्थित एक निजी कंपनी की श्रृषिगंगा बिजली परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा है।
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