जीवन शैली

साल में 300 दिन सोता है ये शख्स, अधिक शराब से आप भी हो सकते हैं Axis Hypersomnia रोग के शिकार!

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राजस्थान के नागौर जिले का एक व्यक्ति एक्सिस हाइपरसोमनिया (Axis Hypersomnia) नामक एक दुर्लभ चिकित्सा स्थिति का शिकार हो गया है। इस समस्या के चलते वह व्यक्ति महीने में 20-25 दिन और साल में 300 दिन सोता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के भादवा गांव के रहने वाले 42 वर्षीय पुरखाराम ग्रामीणों द्वारा वास्तविक 'कुंभकर्ण' के रूप में पहचाने जाते हैं।
वे महीने में सिर्फ पांच दिन अपनी किराने की दुकान चलाते हैं और बाकी दिन उनके घर वाले ही रोजी-रोटी की जिम्मेदारी लेते हैं। यहां हम आपको इस बीमारी से जुड़ी हर जानकारी विस्तार से दे रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स को 23 साल पहले अपनी इस स्थिति का पता चला था। इस दुर्लभ बीमारी ने मरीज की ऐसी हालत कर दी कि अब उनके परिवार के सदस्यों को सोते समय उन्हें नहलाना और खाना खिलाना पड़ता है। एक्सिस हाइपरसोमनिया को एक पुरानी न्यूरोलॉजिकल स्लीप डिसऑर्डर (Sleep disorder) के रूप में डिफाइन किया जा सकता है। इसकी चपेट में आने के बाद व्यक्ति दिन में नींद 24 घंटों में से 9-10 घंटे से अधिक की नींद लेता है।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हाइपरसोमनिया दिन में अत्यधिक नींद या झपकी लेने की शिकायतें जनसंख्या की करीब 6 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती हैं, जिसका असर रोगी की रोजमर्रा की लाइफ पर पड़ता है।

एक्सपर्ट से एक्सिस हाइपरसोमनिया स्लीप डिसऑर्डर के कई कारण बताए हैं। इसका एक बड़ा कारण हैं एपनिया यानी सांस नहीं लेना। हालांकि, इसके अतिरिक्त और भी कई कारण हैं जिस वजह से व्यक्ति इस दुर्लभ कंडीशन का शिकार हो जाता है।

मोटापा
नशीली दवाओं का सेवन
शराब का अधिक सेवन
सिर में चोट
अवसाद हैं
जेनेटिक कारण

​एक्सिस हाइपरसोमनिया के लक्षण 

यदि आप इस स्थिति से पीड़ित हैं, तो आपको शायद कई अलार्म सेट करने के बावजूद जागने के लिए संघर्ष पड़ता होगा। इसके रोगी को बिस्तर से उठने में कठिनाई होती है। इस स्थिति की शुरुआत में रोगी मदहोश (groggy) रहता है जिसे नींद के नशे के रूप में जाना जाता है। इसमें मरीज Brain fog यानी दिमाग का काम न करना या कनफ्यूज हो जाना, किसी बात पर ध्यान न जाना, निराशा, जलन, चिंता और अवसाद का भी अनुभव कर सकते हैं।

यदि आप नियमित रूप से इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर आपकी नींद की आदतों की निगरानी करेंगे और सवाल पूछेंगे जैसे कि आप कब उठते हैं और दिन में कितना सोते हैं, क्या आपको भावनात्मक समस्याएं हैं आदि। इसके बाद, विशेषज्ञ ब्लड टेस्ट, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) की सलाह देंगे।

एक्सपर्ट के अनुसार, अगर आपने इस समस्या को हल्के में लिया और लंबे समय तक नजरअंदाज किया तो लाइफ गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। इसलिए आपको तरोताजा रहने के लिए अच्छी नींद की दिनचर्या का पालन करना चाहिए। इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। किसी के बहकावे में न आएं और वक्त रहने समस्या के समाधान कराने का प्रयास करें।

एक्सपर्ट के अनुसार, इस स्थिति को रोकने के लिए कैफीन के सेवन से बचना चाहिए। सोने से ठीक पहले शराब का सेवन न करें क्योंकि यह आपकी नींद में बाधा डाल सकता है। मोटापा को कम करने की कोशिश करें। अगर आपके परिवार में किसी को ये समस्या है और आप उसी तरह महसूस करते हों तो खुद को ऑब्जर्ब करें।

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