छत्तीसगढ़

मांँ बम्लेश्वरी की आनलाइन आरती अब देखेगी पूरी दुनिया में

डोंगरगढ़
धर्मनगरी डोंगरगढ़ को भी प्रधानमंत्री द्वारा घोषित प्रसाद योजना के तहत चुना गया है और इसी के तहत दो साल से बंद पड़ी आॅनलाइन आरती एक बार फिर से शुरू हो रही है जिसे अब पूरी दुनिया रोजाना सुबह 6 बजे और शाम को 6.30 बजे पूरे 40 मिनट तक देख सकेंगे। इस प्रसाद योजना में ऊपर पहाड़ी वाली मंदिर के साथ ही नीचे विराजित मां बम्लेश्वरी मंदिर में भी इसके लिए अलग से सेटअप तैयार किया जा रहा है जिसका भी आॅनलाइन प्रसारण किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पिछले दिनों घोषित प्रसाद योजना के तहत धर्मनगरी डोंगरगढ़ की माँ बम्लेश्वरी को भी विकसित करने के लिए चुना गया। इसके तहत अब रोपवे के पास भक्तों के ठहरने के लिए एक भवन निर्माण किया जा रहा है जो कुछ ही दिनों में पूर्ण भी हो जाएगा। इसके बाद अलावा पहाडि?ों को काटकर सीढि?ों का चौड़ीकरण का कार्य भी शुरू हो गया है। वहीं मंदिर परिसर में पहले से करीब 60 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और नये सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है ताकि जो छूटे जगह वह कवर हो सकें।

बताया जाता है कि पूजा-आरती का लाइव प्रसारण दो वर्ष पहले शुरू किया गया था, लेकिन तकनीकी खामियों व फंड की कमी के कारण इसे सुचारू रूप से जारी नहीं रखा जा सका और यह बंद हो गई थी। प्रसाद योजना के तहत जुड़ जाने के कारण अब इसे व्यवस्थित करने की योजना शुरू हो गई है। प्रसाद योजना के तहत मिलने वाली 43 करोड़ रुपए की राशि में लाइव टेलीकास्ट के लिए नया सेटअप भी शामिल है जिसके माध्यम से एक बार फिर से पूरी दुनिया माँ बम्लेश्वरी की आॅनलाइन आरती का लाइव प्रसारण देख सकेंगे। पूजा-आरती का समय सुबह छह व शाम को साढ़े छह बजे होती है जो पूरे 40 मिनट तक चलता इस आॅनलाइन आरती में अब लाखों भक्त आनलाइन पूजा में शामिल हो सकेंगे। ट्रस्ट की तरफ से पुजारियों व सदस्य भक्तों की अलग-अलग दिनों के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी तय है। खास बात यह है कि देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों की तरह मां बम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-आरती के लिए किसी तरह की बुकिंग की जरूरत नहीं है। कोई भी भक्त तय समय पर उपस्थित होकर इसमें निश्शुल्क सहभागिता कर सकता है।

मंदिर समिति के नवनीत तिवारी ने बताया कि मां बम्लेश्वरी मंदिर में मंदिर ट्रस्ट द्वारा अभी 60 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। इसमें पूरा हिस्सा कवर नहीं हो पाता है, केवल मुख्य जगहों की ही कैमरे से निरगानी हो पा रही है। प्रसाद योजना से जुड़ जाने के कारण अब मंदिर ही नहीं बल्कि आसपास का पूरा हिस्सा कैमरों की नजर में रहेगा। खासकर सीढि?ों को पूरा कवर किया जाएगा जिसके लिए 1100 सीढि?ों में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

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