बिहार
स्कूल 9वीं से 12वीं तक के सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय ही खोले गए हैं। वहीं स्कूलों में अभी सिर्फ 50 प्रतिशत बच्चों को आने की अनुमित दी गई है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से बिहार में पिछले 9 महीने से बंद सारे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कोचिंग संस्थान सहित शैक्षणिक संस्थान आज से यानी सोमवार 4 जनवरी 2021 से खोल दिए गए हैं। सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश (SOP) और गाइडलाइंस के मुताबिक अगर ये पहला चरण सफल हुआ तो उसके बाद दूसरे चरण में 19 जनवरी से पहली से लेकर 8वीं तक के स्कूल खोले जाने की योजना है। राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या और 97.61 प्रतिशत रिकवरी रेट के बाद शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने का विश्वास बढ़ा है।
बच्चों को स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिठाना होगा।आइए आपको बताते हैं बिहार में स्कूल और कॉलेज जाने के लिए सरकार द्वारा क्या-क्या दिशा-निर्देश (SOP) और गाइडलाइंस जारी किए गए हैं…? – शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने रविवार (3 जनवरी) को बताया कि कक्षाओं में कुल छात्रों की संख्या का आधा हिस्सा (50 फीसदी) ही होगा और कोरोना वायरस के अन्य प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना पड़ेगा। -सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए स्कूलों में एक दिन में केवल 50 प्रतिशत ही छात्र स्कूल जाएंगे। बाकी बचे हुए आधे छात्र अगले दिन स्कूल जाएंगे। यानी स्कूल बच्चों के लिए एक दिन छोड़कर होगा। -9वीं से 12वीं के लिए जो स्कूल खुलेंगे, वहां कैंपस में मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने परिसर में सभी स्कूली छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके बिना उन्हें परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। – स्कूलों में सेनिटाइजर रखने को भी अनिवार्य किया गया है। निर्देश दिया गया है कि स्कूलों को हर दिन सैनेटाइज किया जाए। -छात्रों की चिकित्सा परीक्षा सरकारी स्कूलों में उनकी मर्जी के आधार पर किया जाएगा। लेकिन कोचिंग सेंटरों को खोलने से पहले वहां सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करनी होगी और क्षेत्रीय अधिकारियों से पहले इसके लिए अनुमति लेनी होगी। बिहार सरकार ने 13 मार्च, 2020 को सभी स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों, चिड़ियाघरों और सार्वजनिक पार्कों को 31 मार्च तक बंद करने की घोषणा की थी। 25 मार्च, 2020 को लॉकडाउन लागू करने के बाद से राज्य सरकार ने शिक्षण संस्थान बंद रखने का ही निर्देश दिया था। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शिक्षण संस्थान बंद रहें। इससे पहले, राज्य सरकार ने 28 सितंबर, 2020 से नौवीं से बारहवीं कक्षा के स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा की थी, लेकिन COVID-19 के बढ़ते मामलों के कारण स्कूल को फिर नहीं खोला गया।
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