पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को राज्य के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होगा, लेकिन जल्द विस्तार होगा। नीतीश ने पटना में जदयू कार्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। पत्रकारों ने मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में सवाल पूछा तो नीतीश कुमार ने कहा, "मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। इस संबंध में बातचीत चल रही है। आपस (गठबंधन) में सब कुछ ठीक है। कहीं कोई समस्या नहीं है।" उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जब भी होगा तो सबको इसकी जानकारी मिल जाएगी। मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर सत्ताधारी दल बीजेपी और जदयू के बीच खींचतान की चर्चा के बीच रविवार को राज्य के भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को नीतीश ने अपने आधिकारिक निवास पर बुलाया था। बैठक में इस मुद्दे पर मतभेद खत्म हो जाने की बात सामने आयी थी लेकिन दोनों दलों के बीच किस ‘फॉर्मूले’ पर सहमति बनी, इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। बिहार में सत्ताधारी राजग में कुल चार घटक दल बीजेपी, जदयू, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल है। बिहार राज्य मंत्रिमंडल में वर्तमान में बीजेपी के दो उपमुख्यमंत्री सहित सात सदस्य हैं, जबकि मुख्यमंत्री के अलावा जद(यू) के केवल चार मंत्री हैं। मांझी की पार्टी से उनके पुत्र और विकासशील इंसान पार्टी से सहनी को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है।
जेडीयू कोटे से मंत्रियों के नाम
1.विजय चौधरी- सरायरंजन के विधायक
2.विजेंद्र यादव- सुपौल के विधायक
3.अशोक चौधरी- एमएलसी
4.मेवालाल चौधरी- तारापुर के विधायक(इस्तीफा दे चुकें है)
5.शीला कुमारी- फुलपरास की विधायक
बीजेपी कोटे से मंत्रियों के नाम
1-तारकिशोर प्रसाद- उपमुख्यमंत्री, कटिहार से विधायक
2-रेणु देवी- उपमुख्यमंत्री, बेतिया से विधायक
3-मंगल पांडेय, एमएलसी
4-अमरेंद्र प्रताप सिंह- आरा से विधायक
5-रामप्रीत पासवान- मधुबनी के राजनगर से विधायक
6-जीवेश मिश्रा- दरभंगा के जाले से विधायक
7 -रामसूरत राय- मुजफ्फरपुर के औराई से विधायक
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा से
1. संतोष कुमार सुमन
वीआईपी से
1. मुकेश सहनी
इस बार नीतीश मंत्रिमंडल में बीजेपी के मंत्रियों की संख्या होगी ज्यादा
2020 में एनडीए की सरकार तो बन गई लेकिन इस बार बीजेपी के विधायकों की संख्या अधिक है। लिहाजा जेडीयू के बड़े भाई की भूमिका में बीजेपी को जदयू से अधिक विभाग की जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है। एनडीए- 2 की बात करें तो जदयू के कोटे में मुख्यमंत्री को मिलाकर 22 विधायक मंत्री थे तो बीजेपी में उपमुख्यमंत्री समेत 13 विधायक ही मंत्री बने थे। चुंकि इस बार बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में है, लिहाजा अनुमान यह लगाया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी के 12 और विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। यानी एनडीए- 3 में बीजेपी के कुल 19 मंत्री हो जाएंगे। वहीं जेडीयू कोटे की बात की जाए तो फिलहाल जेडीयू के चार विधायक मंत्रिमंडल में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि 11 जदयू विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
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