बिहार बोर्ड मैट्रिक के 4354 परीक्षार्थियों के परीक्षा और रजिस्ट्रेशन फॉर्म डेटा में अंतर
पटना
बिहार बोर्ड मैट्रिक 2022 की परीक्षा में 4354 परीक्षार्थियों के पंजीयन और परीक्षा फॉर्म में गड़बड़ियां सामने आई है। बिहार बोर्ड की मानें तो मैट्रिक परीक्षार्थियों के पंजीयन संख्या और परीक्षा फॉर्म में दी गयी जानकारी में काफी अंतर है। गड़बड़ी का यह मामला सभी जिलों में है। इसकी जानकारी बिहार बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर दी है। साथ में बोर्ड ने सभी डीईओ से कहा है कि सभी स्कूल प्राचार्य से स्पष्टीकरण पूछा जाए, क्योंकि स्कूल की गलती की वजह से परीक्षार्थियों के पंजीयन और परीक्षा फॉर्म डेटा में अंतर हो गया है। बोर्ड की मानें तो सबसे ज्यादा मामला गोपालगंज जिले का है। गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 700 छात्रों के डेटा में गड़बड़ी है। इसके बाद सीवान जिले में 494 छात्रों के डेटा में अंतर हो गया है।
बोर्ड की मानें तो कैमूर, पश्चिम चंपारण और जहानाबाद जिलों द्वारा भेजी गयी जानकारी को आधा अधूरा बताया है। बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को 22 नवंबर तक सुधार करने को कहा है।
छात्र के नाम के साथ माता-पिता के नाम में अंतर: पंजीयन में छात्र का नाम, माता और पिता का नाम जो दिया गया है, वो परीक्षा फॉर्म में अलग है, जबकि छात्र का रजिस्ट्रेशन नंबर एक ही है। ऐसे में एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर या पंजीयन नंबर में दो छात्र हैं। इन दोनों छात्रों के नाम और उनके माता-पिता के नाम अलग-अलग हैं। इससे बोर्ड के पास प्राप्त डेटा मैच नहीं कर रहा है।
बिहार बोर्ड
– राज्यभर के स्कूलों ने पंजीयन व परीक्षा फॉर्म भरने में की गलतियां
– सबसे ज्यादा मामला गोपालगंज से सात सौ छात्रों का डेटा गड़बड़
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