पुदुचेरी की नारायणसामी सरकार संकट में, एलजी ने 4 दिनों के भीतर बहुमत साबित करने को कहा
पुदुचेरी
पुदुचेरी में अगले 3-4 महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं लेकिन उससे पहले ही नारायाणसामी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एक महीने में कांग्रेस 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद एलजी तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को 22 फरवरी को शाम 5 बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा है। किरन बेदी के इस्तीफे के बाद तेलंगाना की गवर्नर सौंदर्यराजन को पुदुचेरी की एलजी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है और चार्ज लेने के पहले दिन ही उन्होंने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है।
फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर एलजी से मिले थे विपक्षी नेता
कांग्रेस के कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद से ही पुदुचेरी में सियासी हलचल तेज है। गुरुवार को ही एलजी से मुख्यमंत्री के साथ-साथ विपक्षी नेताओं ने अलग-अलग मुलाकात की थी। विपक्ष ने सरकार को अल्पमत में होने का दावा करते हुए सीएम नारायणसामी से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की थी। कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। पिछले एक महीने में वह चौथे कांग्रेस विधायक हो गए जिन्होंने विधायक पद छोड़ा। कांग्रेस के एक विधायक को अयोग्य घोषित किया गया है। कांग्रेस से विधायकों के इस्तीफे की शुरुआत पिछले महीने मंत्री ए. नमास्सिवयम और ई थीप्पैनजान से हुई। बाद में दोनों बीजेपी में शामिल हो गए। मंत्री मल्लाडी कृष्णा राव ने भी सरकार से पहले इस्तीफा दिया और इस हफ्ते सोमवार को विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया। पिछले साल जुलाई में एन. धानवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से अयोग्य करार दिया गया था।
सीएम नारायणसामी ने भी की एलजी से मुलाकात
एलजी से मुलाकात के बाद पुदुचेरी बीजेपी के अध्यक्ष वी. सामिनाथन ने कहा, 'बीजेपी, अन्नाद्रमुक, एनआर कांग्रेस ने एलजी को एक मेमोरेंडम सौंपा है जिसमें कहा गया है कि मौजूदा सरकार अल्पमत में है। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। हम चाहते हैं कि फ्लोर टेस्ट कराया जाए।' दूसरी तरफ, जब सीएम नारायणसामी से यह पूछा गया कि विपक्ष फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहा है तब उन्होंने कहा, 'मैंने एलजी से मुलाकात की है। हमने इस पर भी चर्चा की है।'
विधानसभा में सीटों का मौजूदा गणित
33 सदस्यीय पुदुचेरी विधानसभा के 4 कांग्रेसी सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं जबकि एक सदस्य अयोग्य ठहराए जा चुके हैं। इस तरह विधानसभा की प्रभावी संख्या 28 हो गई है और इस लिहाज से बहुमत के लिए 15 सीटों की दरकार है जबकि सत्ताधारी गठबंधन के पास स्पीकर समेत सिर्फ 14 विधायक हैं। दूसरी तरफ, विपक्षी सदस्यों की संख्या भी 14 है।
बहुमत के लिए 15 विधायक जरूरी
अगर विधानसभा में दलगत स्थिति की बात करें तो कांग्रेस के पास फिलहाल 10 विधायक हैं। DMK के 3, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के 7, AIADMK के 4, BJP के तीन (सभी नामांकित लेकिन वोट देने का अधिकार) और एक निर्दलीय विधायक है। पुदुचेरी विधानसभा का चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है।
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