छत्तीसगढ़

निजी स्कूल वाले विरोध में उतरे, मान्यता रद्द करने पर उठाया सवाल

रायपुर
डीईओ की बड़ी कार्रवाई में रायपुर जिले के 240 स्कूलों की मान्यता क्या रद्द हुई एसोसिएशन के बैनर पर निजी स्कूल संचालक विरोध में उतर आए हैं वे जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर पहुंच गए। वे इस कार्रवाई को ही अवैध ठहराने लगे। यहां तक कह दिया कि निजी स्कूलों को बदनाम करने की साजिश हैं। लेकिन शिक्षा अधिकारी ने जब उन्हे झिड़का कि कुछ भी गलत नहीं हुआ,कोरोना काल के बीच जो नियम शासन ने तय किए थे आखिर उसका पालन क्यों नहीं किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी चंद्राकर ने कहा कि लगातार सूचना नोडल आफिसरों की नियुक्ति और टे्रनिंग देने के बावजूद इन निजी स्कूलों में फीस निर्धारण समिति का गठन नहीं किया गया। इनके खिलाफ लगातार मिल रही शिकायत के बाद भी इन्हे सुधार करने का मौका दिया गया था। कई बार नोटिस भी भेजा गया। इसलिए अब कार्रवाई के बाद इन स्कूलों को सारे दस्तावेज संबंधित विकासखंड के दफ्तर में जमा कराने कहा गया है। बच्चों का भविष्य खराब नहीं होगा 15 दिन के भीतर आस-पास के स्कूलों में  उनका दाखिला दिलाया जायेगा।

इधर निजी स्कूलों का पक्ष रखते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा है कि इस आदेश को खारिज किया जाए। अगर नोडल ने काम नहीं किया तो उन पर कार्रवाई होना चाहिए। लेकिन स्कूल की मान्यता ही समाप्त कर देना दुर्भावना पूर्ण है। आगे इसका लामबंद होकर विरोध किया जाएगा। बहरहाल 240 स्कूलों की मान्यता रद्द होने की कार्रवाई से हडकंप मचा हुआ है। शासन का रूख भी कड़ा नजर आ रहा है।

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