भोपाल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने मंगलवार को मंत्रालय में चिकित्सा शिक्षा के विभिन्न नये आयामों पर चर्चा की। प्रदेश के शासकीय मेडिकल कॉलेज में संचालित पैरामेडिकल के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स को डिग्री कोर्स के रूप में संचालित किये जाने के संबंध में विचार-विमर्श कर निर्णय लिया गया। मेडिकल कॉलेज में पीजी पाठ्यक्रम के बाद फेलोशिप प्रोग्राम प्रारंभ करने के संबंध में भी चिंतन किया गया। फेलोशिप कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य डॉक्टर्स को विशिष्ट चिकित्सकीय ट्रेनिंग प्रदान करना है। फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के साथ ड्रग ट्रायल और रिसर्च को बढ़ाने के मेडिकल कॉलेज के फार्मकोलॉजी विभाग के साथ समन्वय करने का निर्णय लिया गया है।
मंत्री सारंग ने कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) से चिकित्सकीय सेवाओं को सुदृढ़ बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में कार्यरत प्रख्यात चिकित्सकों को चिकित्सकीय उपचार में समन्वयित किया जाने की आवश्यकता है। साथ ही मेडिकल कॉलेज द्वारा ग्रामीण एवं ट्रायवल क्षेत्र में मेडिकल केम्प का आयोजन हो। इसमें निजी क्षेत्र के डॉक्टर्स, अस्पताल, चिकित्सा संगठनों एवं एनजीओ को जोड़ा जाये। बैठक में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त निशांत बरबड़े और संचालक डॉ. उल्का वास्तव उपस्थित थीं।
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