पेइचिंग
दुनियाभर में 9 करोड़ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति संबंधी जांच के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन टीम 14 जनवरी में चीन के वुहान शहर का दौरा करेगी। 1 साल बाद इस वैश्विक महामारी की जांच के लिए डब्लूएचओ की टीम के वुहान जाने पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए हैं। लोगों को संदेह है कि इस दौरे का कोई सार्थक परिणाम निकलेगा। उधर चीन, शुरू से ही वुहान से कोरोना की उत्पत्ति की आशंकाओं को निराधार बताता रहा है। चीन इन वैज्ञानिकों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन भी कर सकता है।
विशेषज्ञों के वुहान इंस्टीट्यूट दौरे पर चीन की चुप्पी
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों की यात्रा की पुष्टि करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाऊ लिज़ान ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चीन वायरस की उत्पत्ति और उसके फैलने के मार्ग का पता लगाने के विश्वभर के विशेषज्ञों के अध्ययन का समर्थन करता है। झाऊ ने हालांकि यात्रा से जुड़ी विस्तृत जानकारियां और उन्हें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) में जाने की अनुमति होगी या नहीं, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई अन्य विशेषज्ञों ने आरोप लगाया था कि कोरोना की उत्पति वुहान इंस्टीट्यूट से ही हुई थी।
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