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किसानों को दिया पू्र्ण समर्थन, ये कानून पूरे देश के लिए घातक: राहुल गांधी

नई दिल्ली
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान देशभर में लगाता आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने आज तीन घंटे के चक्का जाम का भी किया है। इसी बीच एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है और कहा है कि कानून वापस होने चाहिए। राहुल ने ट्वीट कर लिखा, अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है- ये तीन क़ानून सिर्फ़ किसान-मज़दूर के लिए ही नहीं, जनता व देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन! कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों का समर्थन कर रहे हैं और सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की अपील कर रहे है। 

राहुल गांधी ने इससे पहले कहा था कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए कि उनकी बात सुने। राहुल का कहना है कि सरकार डरा धमका कर आंदोलन खत्म करना चाहती है जो कि सही तरीका नहीं है। बता दें कि केंद्र सरकार बीते साल जून में तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी, जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने जैसे प्रावधान किए गए हैं। इसको लेकर किसान जून के महीने से लगातार आंदोलनरत हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। किसानों का आंदोलन जून, 2020 से नवंबर तक मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब में चल रहा था। सरकार की ओर से प्रदर्शन पर ध्यान ना देने की बात कहते हुए 26 नवंबर को किसानों ने दिल्ली के लिए कूच कर दिया। इसके बाद 26 नवंबर, 2020 से देशभर के किसान दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर और दिल्ली के दूसरे बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। 

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