नई दिल्ली
प्रदर्शनस्थल पर ही किसानों ने अपने रहने, खाने और मनोरंजन की व्यवस्था कर रखी है। मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों का विरोध लगातार जारी है। जिस वजह से पंजाब-हरियाणा के किसान पिछले डेढ़ महीने से दिल्ली से लगती अन्य राज्यों की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं। बुधवार को किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर लोहड़ी का त्योहार मनाया। इस दौरान उन्होंने आग जलाकर उसमें तिल, गुड़ की जगह नए कानूनों की प्रतियां डालीं। दरअसल केंद्र सरकार किसान संगठनों से कई राउंड की वार्ता कर चुकी है। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक नए कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।
कोर्ट ने भी इस मामले में एक समिति का गठन कर नए कानूनों पर अस्थायी रोक लगा दी है, लेकिन किसान अभी भी नहीं मान रहे। उनका कहना है कि नए कानून को वापस लिए जाने के बाद ही वो प्रदर्शन स्थल से हटेंगे। इस बीच पूरे देश में बुधवार को लोहड़ी का त्योहार मनाया जा रहा है। कृषि प्रधान राज्य होने की वजह से पंजाब-हरियाणा में इस त्योहार का विशेष महत्व है।
जब किसान लोहड़ी पर घर नहीं जा पाए तो उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर ही आग जलाई। वैसे तो लोहड़ी पर आग में तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाने का रिवाज है, लेकिन किसानों ने इसमें तीनों कृषि कानूनों की प्रतियों को जलाया। वहीं जगह-जगह पर किसान पॉपकॉर्न और तिल के लड्डू भी बांट रहे हैं।
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